Meditation Kya Hai Aur Kaise Karen-Meditation Ek Adat in Hindi

आज बात करेंगे ‘Meditation Kya Hai Aur Kaise Karen’ के बारे में । मैं खुद लंबे समय से Meditation करता हूँ । मैं आज आपको जो बता रहा हूँ वह मेरा खुद का अनुभव है ।   Meditation या ध्यान एक आदत (Meditation Ek Adat) है । जैसे हमारी अन्य आदतें हैं खाने की, पीने की, उठने की, बैठने की या कोई भी कार्य करने की ।  

Meditation Kya Hai Aur Kaise Karen-Meditation Ek Adat in Hindi

ध्यान एक आदत

हमें कोई भी काम अच्छा तब लगता है जब हमें उसकी आदत हो जाए, चाहे वह काम अच्छा हो या बुरा । और हमें किसी भी काम की आदत तब पड़ती है जब हम उसे बार – बार करते हैं । उससे फर्क नहीं पड़ता की वह काम अच्छा है या बुरा ।              

बात जब आती है Meditation करने की तो हमें सहज महसूस नहीं होता । ऐसा लगता है पता नहीं हम क्या कर रहे हैं अजीब सा ।

Meditation Kya Hai Aur Kaise Karen-Meditation Ek Adat in Hindi
Meditation Kya Hai Aur Kaise Karen-Meditation Ek Adat in Hindi

 

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हमारा मन और शरीर उसे स्वीकार नहीं कर पता । क्योंकि बचपन से ही हमें Meditation करने की आदत नहीं होती ।   यह ऐसा है जैसा हम कोई नया काम करते हैं और उसकी आदत धीरे धीरे पड़ती है । 95% लोग Meditation करना आरंभ करते हैं और कुछ समय बाद छोड़ देते हैं । कारण है Meditation करना उनको अजीब सा लगता है ।   यदि Meditation करने वाला प्रत्येक व्यक्ति एक बात समझ ले कि Meditation एक आदत है जोकि धीरे धीरे और बार बार करने से विकसित होती है तो Meditation कोई भी कर सकता है ।

आप छोटे बच्चों को देखिये जब वो शुरू शुरू में स्कूल जाना प्रारम्भ करते हैं तो बार बार रोते हैं, क्यों ?   क्योंकि बच्चों को घर की आदत होती है स्कूल जाना उनको अजीब सा लगता है । स्कूल जाने के बाद भी बच्चे रोने लग जाते है और ज्यादा देर स्कूल में नहीं बैठ पाते । ठीक ऐसा ही होता है जब हम शुरुआत करते हैं Meditation करने की ।   मन बच्चे की तरह ही होता है जैसे बच्चे को बार बार स्कूल भेजना पड़ता है प्यार प्यार से और 6 महीने एक साल बाद बच्चों को आदत पड़ जाती है ।      

Focus Points of  Meditation Kya Hai :-      

ठीक ऐसे ही हमारे मन व शरीर को भी धीरे धीरे और बार बार अभ्यास करने से आदत पड़ जाती है ।   और एक बार आदत पड़ गई तो बच्चे स्कूल में जाना अच्छा लगने लग जाता है क्योंकि वहाँ बच्चा पढ़ने के साथ साथ दूसरे बच्चों के  साथ खेलता भी है ।   जिससे बच्चे को आनन्द आने लगता है । ठीक ऐसा ही Meditation में भी होता है । 6 महीने या एक साल बाद Meditation करने वाले को आनन्द आने लगता है । यदि मैं सारांश बताऊँ तो Meditation एक आदत है । केवल और केवल एक आदत और कुछ नहीं ।

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Dhyan Kaise Karen ? ध्यान कैसे करें ?

शांत होकर सुखासन में बैठें । अपनी रीड़ कि हड्डी को सीधा करें । अब अपना पूरा का पूरा ध्यान अपनी आ रही और जा रही स्वास पर लगाएँ । अब आप महसूस करें कि आपके नाक द्वारा आपके अंदर आ रही स्वास ठंडी है और आपके नाक से बाहर निकल रही स्वास गरम है । यदि कोई व्यक्ति इतना कर लेता है तो उसने 90% कार्य कर लिए ।

पहले यह क्रिया करने में थोड़ी मुसकिल लगती है । बाद में इस क्रिया को करने में आनंद आने लगता है और समय भी धीरे धीरे बढ्ने लगता है । इस क्रिया में एक विशेष बात ध्यान रखने योग्य है कि आपको धैर्य से काम लेना होगा । कोई भी जलद बाजी ना करें ।

Final words for Meditation Kya Hai Aur Kaise Karen:-

हम आशा करते हैं कि आपको हमारा यह आर्टिक्ल ‘Meditation Kya Hai Aur Kaise Karen’ पसंद आया होगा । इस आर्टिक्ल को पढ़ने के लिए आप सभी का धन्यवाद ।

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