Sourav Ganguly Biography in Hindi | 5 Amazing Facts about Sourav Ganguly

Sourav Ganguly Biography in Hindi : यदि भारतीय क्रिकेट की बात आती है तो इस नाम सबकी जुबान पर आता है वह नाम है सौरभ गांगुली एक ऐसी शख्सियत है जिन्होंने अपने खेल से ना सिर्फ भारत देश का नाम भारत वासियों का नाम रोशन किया बल्कि पूरे विश्व भर में यह बात बता दी कि हम भारतीय भी इस खेल को बहुत अच्छे से खेल सकते हैं हम सभी जब भी सौरव गांगुली को याद करते हैं तो सौरव गांगुली कब है शर्ट उतारकर घुमाना सबको याद आता है और

इसी की वजह से वह बहुत ही ज्यादा पूरे विश्व भर में प्रश्न किए हैं आज के वक्त में बीसीसीआई के अध्यक्ष हैं और उन्होंने यह पद हासिल किया अपने कर्मठ खेल प्रदर्शन की वजह से और अपने व्यक्तित्व की वजह से तो आजकल के माध्यम से आप लोगों को गांगुली के बारे में बताएंगे और यह बताने का प्रयास करेंगे कि सौरव गांगुली के जीवन से जुड़े हुए हैं जिनके बारे में दुनिया और आप लोग नहीं जानते।

Sourav Ganguly Career ( Sourav Ganguly का सफर)


सौरव गांगुली बचपन से ही क्रिकेट के शौकीन थे वह इस खेल को खेलने के लिए बहुत कम उम्र में ही अपने आप को ढूंढ दिया था उन्होंने 15 साल की उम्र में अंडर-19 टीम की ओर से खेलते हुए बंगाल की टीम में वह बतौर बल्लेबाज शामिल हुए थे और उड़ीसा के खिलाफ उन्होंने खेलते हुए शतक जमाया था उन्होंने अपने वही बंगाली शेर की भांति दहाड़ ते हुए उस पिच पर ऐसे दृढ़ता के साथ में हर एक शॉट लगाया कि मानो हर एक दर्शक दीर्घा में बैठा हुआ व्यक्ति उनका फैन हो गया हो।

सौरव गांगुली ने लगातार घरेलू क्रिकेट में बहुत अच्छा प्रदर्शन करते हुए 1992 में भारतीय क्रिकेट टीम में अपनी जगह बनाई 11 जनवरी 1992 में उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेलते हुए अपना क्रिकेट में कैरियर की शुरुआत करते हुए आगे बढ़े और उन्होंने एकदिवसीय मैच में इतना अच्छा प्रदर्शन नहीं किया पर उन्होंने अपने जीवन में यह निश्चित कर लिया था कि वह क्रिकेट को ही अपना जीवन बनाएंगे और आलोचना के बाद उन को टीम से बाहर करने के बाद 1996 में सौरव गांगुली को फिर से मौका दिया गया और उन्होंने इस सीरीज में एक वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाते हुए और पूरे विश्व की नजर अपनी और खींची।

प्रिया सफर ऐसा शुरू हुआ कि फिर उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा 1996 1997 2007 तक बहुत बेहतरीन दर्शन करते हुए सौरव गांगुली ने आईपीएल की कोलकाता नाइट राइडर्स से भी अपने खेल को दिखाया और उन्होंने टीम का नेतृत्व किया 2004 में उन्हें पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित किया गया और उनकी योगदान को देखते हुए पूरे विश्व भर में आज भी उनका नाम बहुत सलीके से लिया जाता है।

Sourav Ganguly Lifestyle (Sourav Ganguly का निजी जीवन)

यदि हम सौरव गांगुली के निजी जीवन की बात करें तो उनकी अर्धांगिनी डोना है जो कि ओडिसी नृत्यांगना है परिवार को इस रिश्ते से मंजूरी नहीं दी पर उसके बात भी सौरव गांगुली ने 1996 में डोला के साथ चोरी-छिपे कोर्ट मैरिज कर ली थी और बाद में दोनों परिवार ने इस रिश्ते को स्वीकार किया और 1997 में उन्होंने सारे रीति-रिवाजों के साथ में शादी की और 2001 में उनकी बेटी सना ने जन्म लिया।

Sourav Ganguly Cricket Records ( Sourav Ganguly Cricket आंकड़े)

यदि हम सौरव गांगुली के क्रिकेट आंकड़ों की बात करें तो सौरव गांगुली ने भारत टीम का नेतृत्व करते हुए उड़न चार टेस्ट मैच में से भारत का नेतृत्व करते हुए उन्होंने किस मैच में टीम को विजई बनाया और वह दुनिया के तीसरे ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होंने पहले ही टेस्ट में शतकीय पारी खेली और सौरव गांगुली 10000 रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज है पहला स्थान सचिन तेंदुलकर के नाम है उन्होंने 10000 रन के साथ 700 विकेट और स्केच भी लिया है और वह अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित हैं उन्हें स्पोर्ट्स पर्सन ऑफ द ईयर चुका है विभूषण पुरस्कार और पद्मश्री पुरस्कार से भी सौरव गांगुली सम्मानित किए गए हैं।

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Final Words

हम आशा करते हैं कि आप लोगों को यह आर्टिकल पसंद आया होगा अपना कीमती वक्त निकालकर इसे पढ़ने के लिए धन्यवाद!

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