Paryavaran Pradushan Nibandh in Hindi |पर्यावरण प्रदूषण की समस्या निबंध

इस आर्टिकल ‘Paryavaran Pradushan Nibandh in Hindi’ में आप जानेगे – पर्यावरण प्रदूषण की समस्या प्रस्ताव इन हिन्दी, Problem of environmental pollution essay in Hindi, पर्यावरण प्रदूषण की समस्या पर निबंध लिखें, Short essay on problem of environmental pollution in Hindi और के विषय में।

पर्यावरण प्रदूषण की समस्या निबंध लिखें :-

Paryavaran Pradushan Kya Hai (प्रदूषण क्या हैं?) – हमारे आस पास के वातावरण को दूषित करना या खराब करना प्रदूषण कहलाता हैं। नभ जल, थल को दूषित करना ही प्रदूषण हैं। प्रदूषण इतना प्रचलित हो चुका हैं कि जाने अनजाने में हम से प्रदूषण से वातावरण दूषित हो ही जाता हैं। जिस पर ध्यान देना बहुत जरूरी हैं। इसको अभी नही रोका गया तो हमारा भविष्य अंधकार में चला जायेगा। पर्यावरण प्रदूषण को रोकना ही हमारा पहला काम होना चाहिए।

Paryavaran Pradushan Nibandh in Hindi |पर्यावरण प्रदूषण की समस्या निबंध
Paryavaran Pradushan Nibandh in Hindi | पर्यावरण प्रदूषण की समस्या निबंध

Write Disadvantages of Pullulation:-

प्रदूषण के दुष्प्रभाव → जब मनुष्य आदिवासी होता था तब वह खाने की तलाश में इधर उधर भटकता था। अग्नि की खोज कर उसने वातावरण को दूषित करना शुरू किया। शुरूआत में मनुष्य का दिमाग इतना विकसित नही था। उसने अनजाने में ऐसे काम किये कि जंगलो में लकडी काटने लगा जिसके कारण पेड पौधे कम होते चले गए। और अपनी जरूरत के हिसाब से वह लकडी की वस्तुएँ बनाने लगा।

RELATED ARTICLE

How We Do Earth Reiki Treatment in Hindi: 2 Best Ways

HOW TO REDUCE BELLY FAT

और उनको उपयोग करने लगा। जिसके कारण भारी मात्रा में पेड काटे गए। अग्नि का प्रयोग कर के वह खाना बनाने लगा। वह अपनी जरूरत के लिए आग का प्रयोग करने लगा और पशुओ को पकाकर, मार कर खाने लगा। जिसके कारण पशु श्रृंखला खत्म होने लगी। वह जल का प्रयोग पशुओ को मार कर उससे धो कर खाने लगा। जिसके कारण पानी दूषित हो जाता था। वह बिना सोचे समझे वस्तुओ का प्रयोग करने लगा और गंदगी फैलाने लगा।

Paryavaran Pradushan Nibandh in Hindi |पर्यावरण प्रदूषण की समस्या निबंध
Paryavaran Pradushan Nibandh in Hindi | पर्यावरण प्रदूषण की समस्या निबंध

प्रदूषण फैलने के कारण गाँव, कस्बे, नगर, महानगरो का कूडा करकट, कारखानो का गंदा पानी मिलने से जल प्रदूषण तथा हवा में कारखानो का धुआँ मिलने के कारण वायु प्रदूषण होता हैं।

प्रदूषण के रूप   जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण, थल प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण

Short Essay on Water Pollution in Hindi:-

Jal Pradhushan Kya Hai (जल प्रदूषण क्या है) – आज के दौर में देखा जाए तो जल प्रदूषण काफी बढ रहा हैं। इसके कारण इंसान मर भी रहा हैं। जब घरो का कूडा, कारखानो का कूडाअ कचरा इक्ठ्ठा करके पानी में डाल देते हैं। और नदियो, तालाबो, में फैंक देते हैं। इसके कारण नदियाँ, तालाब, का पानी दूषित हो जाता हैं।

पानी दूषिट होने के कारण काफी बिमारियाँ भी फैल जाती हैं। कुछ तो गरीब लोग उसी पानी को पीने के लिए इस्तेमाल भी कर लेते हैं। जिसके कारण कुछ समय के बीतने के बाद उनकी मृत्यु भी हो जाती हैं।

लेकिन अब इसको रोकने के लिए पानी में कूडा कचरा फेकने को बंद करा दिया हैं। देश की सरकार ने पानी को स्वच्छ रखने के लिए कई मशीनो का प्रयोग किया हैं। जिसके कारण पानी साफ होकर हम तक पहुँचता हैं। और अब देश की सरकार ने कूडे को डालने के लिए गाडी को चलाया हैं। घरो का कूडा, कम्पनीयो का कूडा, कारखानो का कूडा, ले जाने के लिए कूडे की गाडीयो का प्रयोग किया जा रहा हैं।

जिसके कारण पानी दूषित ना हो। और सभी नदियाँ, तालाब, समुद्र साफ स्वच्छ रहे। और उसकी वजह से पर्यावरण भी स्वच्छ रहे और नदियो, तालाबो का पानी मशीनो द्वारा स्वच्च कर के पूरे देश के लोगो तक पहुँचाया जाता हैं। जिसके कारण अब गंदे पानी से बढने वाली बिमारियाँ कम हो गई। और अब पानी का उपयोग पीने के लिए नहाने के लिए और हमारी रोजमर्रा के काम मे आनए वाले पानी का इस्तेमाल किया जाता हैं। पानी को स्वच्छ रखने से ये पूरा देश स्वस्थ हो गया हैं।

Short Essay on Air Pollution in Hindi:-

Vayu Pradushan kya hai (वायु प्रदूषण क्या है) -आज के समय में वायु को काफी प्रदूषित किया जा रहा हैं। जैसे यातायात के साधन, बस, ट्रक, गाडी, स्कूटर आदि यातायात के साधनो के धुए के कारण वायु प्रदूषण हो रहा हैं। जब हम देखते हैं इस देश में यातायात के साधनो के बढने के कारण इंसान रोज कितना अपने वाहनो, धुएँ से वातावरण को दूषित कर रहा हैं।

जिसके कारण हमे साँस लेना भी मुश्किल हो रहा हैं। और पेडो को काटा जा रहा हैं। इंसान पेडो को काट कर उनकी लकडी को इंधन के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। जैसे बहुत से गरीब लोग लकडी जलाकर चूल्हे पर खाना पकाते हैं। तो लकडी के धुएँ से भी वायु प्रदूषित होती हैं।

लेकिन अब इस देश की सरकार ने गरीबो को वायु प्रदूषण को रोकने के लिए हर घर में इंधन गैस का निर्माण किया हैं। जिसको इस्तेमाल करने के लिए हर घर में पहुँचाया जा रहा हैं। जिसमे इस गैस इंधन पर खाना पकाना आसान हो गया हैं। और वायु को दूषित होने से बचाया जा रहा हैं। हमे पेडो, को नही काटना चाहिए।

और पानी में कूडा नही डालना चाहिए। हमे इन दोनो को बचा कर वायु को दूषित होने से बचाना हैं। तथा हमे नए पेड पौधो को लगाना चाहिए। वाहनो में गैस का प्रयोग करना चाहिए। जिससे हम वायु को प्रदूषित होने से बचा सके। हमे मिलकर जगह जगह पेड पौधे लगाने चाहिए। ताकि हमे अच्छी हवा मिल सके। तथा हम आराम से साँस ले सके। और हम स्वस्थ रह सके। इसलिए हमे वायु को दूषित होने से बचाना हैं और नये पेड पौधो को लगाना हैं।

Short Essay on Earth Pollution in Hindi:-

Prthvee Pradushan Kya Hai (पृथ्वी (थल) प्रदूषण) – पृथ्वी हमारे सौरमण्डल का एक ऐसा ग्रह हैं। जिसमे जीवन संभव हैं। अतः पृथ्वी को बचाने की हम सब की जिम्मेदरी होती हैं। पृथ्वी हमे जीवित रहने के लिए विभिन्न प्रकार के तत्व को प्रदान करती हैं। जैसे हवा, जल, भोजन तथा रहने के लिए स्थान देती हैं।

आज पृथ्वी को विभिन्न प्रकारो से दूषित किया जा रहा हैं। हमे पृथ्वी को बचाने के लिए निम्न बातो का ध्यान रखना चाहिए। हमे धरती पर, कूडा कचरा नही डालना चाहिए। ज्यादा वाहनो का प्रयोग नही करना चाहिए। पेडो को नही काटना चाहिए। पृथ्वी पर कूडा फैलाने, ज्यादा वाहन के चलाने से धुए के कारण पृथ्वी नष्ट होती जा रही हैं।

हमे इसे रोकना चाहिए। पूरे देश में पृथ्वी को बचाने के लिए हम सब को प्रयत्न्न करना चाहिए। हमे ज्यादा से ज्यादा वाहनो का उपयोग नही करना चाहिए। क्योकि ज्यादा वाहन चलाने से और उसमे से निकलने वाले धुएँ से भी वातावरण प्रदूषित होता हैं। तथा हवा में कार्बंडाईआक्साइड की मात्रा बढ जाती हैं।

और इससे वायु दूषित हो जाती हैं। हमे ज्यादा से ज्यादा पेड पौधो को लगाना चाहिए। जिससे हमारा वातावरण स्वच्छ रहे। और पृथ्वी को दूषित होने से बचाया जा सके। हमे कही भी कूडा नही डलना चाहिए। तथा हमे कूडे दान का इस्तेमाल करना चाहिए। ऐसा करके भी हम पृथ्वी को बचा सकते हैं।

जिस प्रकार चिपको आंदोलन से लोगो ने पेडो की रक्षा की उसी प्रकार की मुहिम चलानी चाहिए। और पेड पौधो को बचाना चाहिए। जिस तरह जल हमारे लिए आवश्यक हैं उसी तरह वायु भी हमारे लिए उतनी ही आवश्यक हैं। तथा धरती के प्रदूषण को रोकने के लिए हमे लोगो को जागरूक करना चाहिए।

Short Essay on Noise Pollution in Hindi:-

Dhwani Pradushan kya hai (ध्वनि प्रदूषण क्या है ) – ध्वनि प्रदूषण से भी वातावरण काफी दूषित हो रहा हैं। इसका हमारी सेहत पर भी काफी प्रभाव पड रहा हैं। ऐसी ध्वनि जो मानव तथा पशु पक्षियो के लिए हानिकारक हो और जो पर्यावरण पर हानिकरक प्रभाव डालते हैं। हमारे कान एक निश्चित ध्वनि को ही सुन सकते हैं।

इससे अधिक ध्वनि होने पर कानो के लिए हानिकारक होती हैं। ओद्योगिक शोर, या फैक्ट्री मशीनो का शोर, मोटर वाहनो, सडक के यातायात के वाहनो से निकलने वाला शोर विमान जैसे हवाई जहाज से निकलने वाला शोर, रेल ट्रेन से निकलने वाला शोर, निर्माण कार्य के कारण उत्पन्न होने वाला शोर, घर में इस्तेमाल होने वाले बिजली के उपकरणो का शोर, लाऊड स्पीकर, रेडियो व शादी में बजाने वाले उपकरणो का शोर, आतिश्बाजी का शोर, मनोरंजन के लिए टीवी, रेडियो का शोर से भी ध्वनि प्रदूषण होता हैं।

मानव को तेज ध्वनि से बहरापन भी हो जाता हैं। उसकी सुनने की क्षमता खत्म हो जाती हैं। जिससे उसको कानो की मशीनो का प्रयोग करना पडता हैं। तेज ध्वनि के कारण हमे सोने में परेशानी होती हैं। जिससे हमारे स्वास्थ्य पर प्रभाव पडता हैं। जैसे हमे पूरे दिन थकान महसूस होती हैं। ज्यादा शोर के कारण हमारे ब्लडप्रेशर पर भी प्रभाव पडता हैं। तनाव के कारण हमे मानसिक तथा शारितीक प्रभाव होता हैं। जिसके कारण हमारा स्वास्थ्य खराब हो जाता हैं। और बिमारियो का सामना करना पडता हैं। इसलिए हमे ध्वनि प्रदूषण से बचना हैं।

Final Words for Paryavaran Pradushan Nibandh in Hindi

हर प्रकार का प्रदूषण हमारे लिए खतरनाक हैं। जिसके द्वारा हमारे स्वास्थ्य पर प्रभाव पडता हैं। और हमे बिमारियो का सामना करना पडता हैं। इसलिए हमे अपने वातावरण को साफ रखना चाहिए। तथा पेड पौधो को ज्यादा लगाना चाहिए जिससे हमे स्वच्छ हवा मिल सके। और हम अच्छी साँस ले सके।

हमे यातायात के वाहनो का भी काम इस्तेमाल करना चाहिए। क्योकि उससे निकलने वाले धुएँ से भी वायु प्रदूषण होता हैं। हमे पृथ्वी को भी साफ सुथरा रखना चाहिए। क्योकि पृथ्वी पर हमे जीवन मिलता हैं। इसलिए हम सब को मिलकर स्वच्छ पर्यावरण के लिए जागरूक होना चाहिए।

Leave a Comment