Mahatma Gandhi Essay in Hindi 10 lines | महात्मा गांधी पर हिंदी में निबंध | Best Essay on Mahatma Gandhi in Hindi 2022

इस आर्टिकल में पढ़ें Mahatma Gandhi Essay in Hindi 10 lines,  महात्मा गांधी पर हिंदी में निबंध ऐसे लिखें, महात्मा गांधी एस्से इन हिंदी, 2 अक्टूबर गांधी जयंती का महत्व, Mahatma Gandhi Essay in Hindi 200 words, Mahatma Gandhi Essay in Hindi 20 lines, Mahatma Gandhi Speech in Hindi, Short essay on Mahatma Gandhi in Hindi, Important 2 अक्टूबर गांधी जयंती

Mahatma Gandhi Essay in Hindi:  दोस्तों भारत में हर साल 2 अक्टूबर को गांधी जयंती मनाई जाती है। स्टूडेंट्स द्वारा उस दिन Mahatma Gandhi पर स्कूल व प्रतियोगिताओं में भाषण व निबंध लिखे जाते हैं।

परन्तु कुछ छात्रों को इस निबंध व भाषण में अधिक समस्या आती हैं। इसलिए आज हम इस ब्लॉग में आपको प्रमुख  निबन्धों  के उदाहरणों से  Mahatma Gandhi Essay in Hindi 10 lines व 20 lines कैसे लिखें व जल्दी कैसे याद करें यह सभी बातें समझाएंगे। इसलिए हमारा यह ब्लॉग पूरा अवश्य पढ़ें। 

Mahatma Gandhi Essay in Hindi 200 words (महात्मा गांधी निबंध हिंदी में 200-400 शब्द)

प्रिय दोस्तों महात्मा गांधी जी को दुनिया में आज भी उनके चार प्रमुख गुणों के लिए याद किया जाता है। वे हैं अहिंसा, सत्य, प्रेम और बंधुत्व। इन चार गुणों को लागू करके उन्होंने भारत को स्वतंत्रता दिलाई। ऐसे महान व्यकितत्व वाले महापुरुष के योगदान से ही आज हम एक स्वतंत्र भारत में जी पा रहे हैं। लेकिन दोस्तों यह सफ़र इतना आसान नहीं था। इस सफर में अनेकों मुश्किलें आयी, जिनसे गांधी जी घबराए नहीं और अपने संकल्प पर अडिग रहे। 

Mahatma Gandhi Essay in Hindi
Mahatma Gandhi Essay in Hindi

गांधी जी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गाँधी था। उनका जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था। उनके पिता एक प्रांत के प्रभारी अधिकारी थे। जिसके कारण मोहनदास भी एक अच्छे विद्यालय में पढ़ते थे। हाई स्कूल में पढ़ते समय मोहनदास ने शादी कर ली। आगे प्रवेश परीक्षा पास करने के बाद वे कानून की पढ़ाई के लिए इंग्लैंड चले गए। 

महात्मा गांधी जी ने इंग्लैंड में अपनी कानून की पढ़ाई को पूरा किया और 1893 में भारत वापस आ गए। आगे उन्होंने एक वकील के रूप में अपना करियर शुरू किया। शुरुआत में उन्हें बेहद ही कठिनाई का सामना करना पड़ा लेकिन दोस्तों उन्होंने गरीब और सच्चे ग्राहकों का हमेशा समर्थन किया। 

महात्मा गांधी जी ने दक्षिण अफ्रीका में सत्याग्रह के रूप में अपना करियर बनाया। जिससे वह विश्वभर में प्रसिद्ध हो गए। उसके बाद वह 1915 में दक्षिण अफ्रीका से भारत लौट आये। भारत में भी उन्होंने अंग्रेजों शासकों द्वारा भारतीय लोगों पर इसी तरह का निर्दयी व्यवहार पाया। 

जिससे उनके दिल को बड़ी ठेस पहुँची और उन्होंने संकल्प लिया कि वह भारतीय मूल के लोगों की आवज बनेंगे। उन्हें गुलामी से आजादी के पथ पर लेकर जायँगे। परन्तु दोस्तों यह इतना सरल नहीं था उन्होंने अनेकों आंदोलन किए। जिनमें उन्होंने 1930 में असहयोग आंदोलन और 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन शुरू किया। 

अंग्रेजों को यह देखकर बड़ी हैरानी हुई व घबरा गए। इसलिए उन्होंने गांधी जी को अनेकों बार जेल में भी डाला। किंतु गांधी जी ने निश्चय कर लिया था। उन्होंने अपने संघर्ष के दौरान अंग्रेजी शासकों के खिलाफ कभी कोई ईर्ष्या और हिंसा नहीं की। अन्ततः अथक प्रयासों के बाद वह सफल हुए और ब्रिटिश सरकार को मजबूरन उनके सामने घुटने टेकने पड़े। 

Mahatma Gandhi Essay in Hindi
Mahatma Gandhi Essay in Hindi

15 अगस्त 1947 को ब्रिटिश सरकार ने भारत को स्वतंत्रता प्रदान की और भारत एक स्वतंत्र राज्य बन गया। लेकिन हमारे लिए सबसे दुखद बात यह है कि गांधी जी की अप्राकृतिक मृत्यु हुई। महात्मा गांधी जी 30 जनवरी, 1948 को एक प्रार्थना में शामिल होने जा रहे थे। वहाँ नाथूराम गोडसे ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी। 

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Mahatma Gandhi Essay in Hindi 10 lines (महात्मा गांधी निबंध हिंदी में 10 लाइनें)

यहाँ आसान पंक्तियों में Mahatma Gandhi Essay in Hindi 10 lines दी गई है। जिसके माध्यम से आप निबंध व भाषण को लिख सकते हैं।

  1. गांधी जी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गाँधी था। उनका जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था।
  2. हाई स्कूल में पढ़ते समय गांधी जी ने शादी कर ली। आगे प्रवेश परीक्षा पास करने के बाद वे कानून की पढ़ाई के लिए इंग्लैंड चले गए। 
  3. महात्मा गांधी जी ने इंग्लैंड में अपनी कानून की पढ़ाई को पूरा किया और 1893 में भारत वापस आ गए। आगे उन्होंने एक वकील के रूप में अपना करियर शुरू किया।
  4. कुछ समय बाद वह अब्दुल्ला सेठ नामक एक प्रसिद्ध व्यापारी के मामलों से निपटने के लिए दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना हो गए।
  5. गांधी जी ने जातिय व रंग भेदभाव के लिए दक्षिण अफ्रीका में एक बड़े स्तर पर सत्याग्रह किया जो कि सफलतापूर्वक सफ़ल हुआ।
  6. 1915 में दक्षिण अफ्रीका से गांधी जी भारत लौट आये। भारत में भी उन्होंने अंग्रेजों शासकों द्वारा भारतीय लोगों पर इसी तरह का निर्दयी व्यवहार पाया। जिससे उनके दिल को बड़ी ठेस पहुँची और उन्होंने संकल्प लिया कि वह भारतीय मूल के लोगों की आवज बनेंगे।
  7. उन्होंने 1930 में असहयोग आंदोलन और 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन शुरू किया। जिससे अंग्रेजों को यह देखकर बड़ी हैरानी हुई व घबरा गए। इसलिए उन्होंने गांधी जी को अनेकों बार जेल में भी डाला।
  8. लेकिन अन्ततः अथक प्रयासों के बाद वह सफल हुए और ब्रिटिश सरकार को मजबूरन उनके सामने घुटने टेकने पड़े। 15 अगस्त 1947 को ब्रिटिश सरकार ने भारत को स्वतंत्रता प्रदान की और भारत एक स्वतंत्र राज्य बन गया।
  9. महात्मा गांधी जी 30 जनवरी, 1948 को एक प्रार्थना में शामिल होने जा रहे थे। वहाँ नाथूराम गोडसे ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी। यह एक क्रूर हत्या थी। 
  10. उनके निधन पर पूरी दुनिया में मातम छाया था। उनके पार्थिव शरीर का नई दिल्ली के राज घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। हम हर साल इस दिन को शहीद दिवस के रूप में मनाते हैं। गांधी जी वास्तव में एक महान आत्मा थे।

Essay on Mahatma Gandhi in Hindi (महात्मा गांधी पर हिंदी में छोटा निबंध)

दोस्तों नीचे हमनें महात्मा गांधी जी के कार्य व आने वाली पीढ़ी को उनके सन्देश के बारे में बताया है। जिन्हें आप अपने निबंध में जोड़ सकते हैं। इससे आपका निबंध अच्छा व छोटा रहेगा। इसलिए एक बार नीचे की इन हैडिंगस को भी अवश्य पढ़ें।

Works of Mahatma Gandhi (महात्मा गांधी के कार्य)

मोहनदास करमचंद गांधी (1869-1948) पिछली सदी के सबसे महत्वपूर्ण और प्रभावशाली सामाजिक और धार्मिक सुधारकों में से एक थे।  जिन्होंने अपना जीवन न्याय, शांति और देशों, नस्लों और वर्गों के बीच समानता के लिए प्रयास करते हुए बिताया। 

दोस्तों उनके विचारों और आदर्शों ने मार्टिन लूथर किंग जूनियर से लेकर वेक्लेव हवेल तक कार्यकर्ताओं की पीढ़ियों को प्रेरित किया है और दुनिया के हर कोने में बदलाव के लिए उत्प्रेरक के रूप में काम किया है। इनके द्वारा किए गए सभी कार्य आज भी समाज में व्याप्त हैं, जो महात्मा गांधी जी को विश्व में याद रखने के लिए पर्याप्त हैं।

Mahatma Gandhi’s message (महात्मा गांधी का संदेश)

दोस्तों गांधी जी की जीवन शैली बहुत ही सरल थी। उन्होंने जाति की बाधा को दूर किया। उन्होंने अछूतों को हरिजन, ईश्वर की संतान कहा। वह एक सच्चे सुधारक थे। उन्होंने भारतीयों से शारीरिक श्रम करने को कहा। उन्होंने अपने समय के छात्रों को आत्म निर्भर होने के लिए व्यावसायिक विषयों को पढ़ने की सलाह दी। उन्होंने शिक्षण संस्थानों में हस्त कताई को एक विषय के रूप में पेश करने की भी सलाह दी। वे कृषि के प्रबल समर्थक थे। अतः इन उच्च विचारधारा के ज़रिए गांधी जी ने आने वाली पीढ़ी को हमेशा जागरूक रहने और कार्य करने की सलाह दी।

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FAQs 

असहयोग आंदोलन और भारत छोड़ो आंदोलन कब शुरू किया गया था?

महात्मा गांधी जी द्वारा 1930 में असहयोग आंदोलन और  1947 में भारत छोड़ो आंदोलन शुरू किया गया था।

Mahatma Gandhi Essay in Hindi 10 lines कैसे लिखें?

Mahatma Gandhi Essay in Hindi 10 lines लिखने के लिए उनका जन्म, परिवार, शिक्षा, कार्य, आंदोलन और योगदान आदि के बारे में लिखें।

Did Mahatma Gandhi drink cigarettes and alcohol?

जी हाँ, ये सब काम उनके बचपन में बुरी संगति के प्रभाव के कारण हुए। हालाँकि, उन्होंने बहुत जल्द अपनी बुरी आदतों को सुधार लिया और इन चीजों को हाथ न लगाने की कसम खाई।

मैं अपने स्कूल में  महात्मा गांधी के निबंध को कैसे याद करूँ?

Mahatma Gandhi Essay in Hindi को याद करने के लिए उसे लिख लिखकर देखें इससे जल्दी याद होगा।

Final Words 

हम उम्मीद करते हैं हमारे इस ब्लॉग Mahatma Gandhi Essay in Hindi 10 lines के माध्यम से आपको महात्मा गांधी जी के निबंध की जानकारी मिल गई होगी। लेकिन यदि आपके पास कोई सुझाव व प्रश्न है तो आप कमेन्ट बॉक्स में अपना सवाल पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सुझावों और सवालों के जवाब देने के लिए हमेशा उपलब्ध हैं। ऐसे ही महत्वपूर्ण व रोचक जानकारियां पढ़ने के लिए हमारे पेज से जुड़े रहें।

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