Kundalini Jagaran Mein Kitna Samay Lagta Hai

कुण्डलिनी जागरण में कितना समय लगता है?-Kundalini Jagaran Mein Kitna Samay Lagta Hai and its 5 amazing Advantages in Hindi

Kundalini Jagaran एक ऐसा Topic है जिसके बारे में जानने के लिए बहुत लोगों में उत्सुकता होती है । जब भी है Topic की बात होती है तो यह सवाल भी पूछा जाता है कि की कुण्डलिनी जागरण में कितना समय लगता है । Kundalini Jagran होता कैसे है उसकी विधि क्या है। Kundalini Jagaran होने के बाद क्या Symptoms दिखते हैं । तो ऐसे ही बहुत सारे सवालों का जवाब देने के लिए आज हम आप लोगों के लिए यह Article लाए हैं । तो आज इस Article की मदद से हम इन्हीं सारे सवालों के जवाब देने का प्रयास करेंगे ।

Kundalini Jagaran Mein Kitna Samay Lagta Hai
कुण्डलिनी जागरण

Table of Contents

What are the Advantages and Disadvantages of Kundalini Jagaran?

( कुण्डलिनी जागरण के फायदे और नुकसान क्या है? )

Kundalini Jagaran के फायदे और नुकसान को समझने से पहले हमें यह समझने की जरूरत है कि  कुण्डलिनी दरअसल होता क्या है । कुण्डलिनी हमारे शरीर में एक ऐसी ऊर्जा होती है जिससे हम बहुत मुश्किल से अचीव कर सकते हैं यह ऊर्जा एक ऐसी ऊर्जा होती है जिस को संभालना हर किसी के बस की बात नहीं ।

कुण्डलिनी जागरण के फायदे और नुकसान क्या है
कुण्डलिनी जागरण के फायदे और नुकसान क्या है

Kundalini Jagaran दरहसल Spiritual Awakening Process का एक अहम हिस्सा हुआ करता है। यदि हम कुण्डलिनी जागरण के फायदे और नुकसान की बात करें तो यह भी बहुत समझने वाली और ध्यान से इस पर चिंतन करने वाली बात है । अक्सर लोग कुंडलिनी जागरण के बारे में आधी अधूरी जानकारी के साथ में उसे करना शुरू कर देते हैं । पर यह आपके लिए बहुत हानिकारक हो सकता है । तो चलिए जानते हैं कि Kundalini Jagaran के फायदे और नुकसान क्या- क्या है।

Advantages Of Kundalini Jagaran (कुण्डलिनी जागरण के फ़ायदे )

तो अगर हम बात करें Kundalini Jagaran के फायदों की तो यह List काफ़ी लंबी है पर आज हमको चुनिंदा फायदों के बारे में आपको इस Article के माध्यम से Aware करवाएंगे । तो कुण्डलिनी जागरण के फायदे हैं।

1) Nervous System की Functioning को बेहतर बनाता है
2) Brain की Efficiency बढ़ाता है
3) इच्छा शक्ति मजबूत होती है
4) Decision Making बेहतर हो जाती है
5) जीवन तनाव मुक्त हो जाता है

1) Nervous System की Functioning को बेहतर बनाता है

जब भी किसी भी मनुष्य के कुंडलिनी जागृत हो जाती है या फिर वह Kundalini Jagaran में Successful  हो जाता है । तू उनके Nervous System की Functioning बहुत बेहतर हो जाती है । हमारा Nervous System शरीर क्या एक ऐसा सिस्टम है जिससे हमारी पूरी Body में Messages को अलग-अलग अंगों से Brain तक पहुंचाना और ब्रेन से जो भी मैसेज उत्पन्न होते हैं उन्हें अलग-अलग अंगों तक पहुंचाना।

तो जब भी किसी भी मनुष्य में कुंडलिनी जागरण होता है तो उनका Nervous System बहुत ही बेहतर तरीके से काम करना शुरू कर देता है । इससे उन्हें यह फायदा होता है कि उनके दिनचर्या में और काम करने के तरीके में एक बहुत ही Positive बदलाव आता है । जो उनके लिए बहुत ही लाभदायक हुआ करता है।

2) Brain की Efficiency बढ़ाता है

Kundalini Jagaran से हमारे Brain की Efficiency भी बढ़ती है। Brain की Efficiency से हमारा मतलब यह है कि जब भी हम कुण्डलिनी जागरण में पूर्णता सफलता हासिल कर लेते हैं । तो हमारे दिमाग में ख्यालों बिल ख्याल बिलकुल साफ हो जाया करते हैं । इससे हमें किसी भी तरह का कोई भी Decision लेने में बहुत ज्यादा आसानी हो जाती है । वह Decision हम सही तरीके से ले पाते हैं।

3) इच्छा शक्ति मजबूत होती है

कुंडली जागरण की मदद से इच्छाशक्ति भी मजबूत होती है और यह होता है हमारे तीसरे चक्र के जाग्रत होने की वजह से इच्छाशक्ति मजबूत जब हमारी होती है तो हम किसी भी कार्य को आसानी से अंजाम दे सकते हैं और यह हमारे मनोबल को भी बढ़ाता है। ये एक सबसे मेहत्वपूर्णा फायदा है इसका इसकी मदद से ना केवल हम अपने शरीर को सुधार सकते हैं बाल्की इसका प्रभाव हमारे शुद्ध जीवन पर भी पढ़ता है

4) Decision Making बेहतर हो जाती है

अक्सर इंसान अपने डिसीजन सही तरीके से नहीं ले पाता है इसी की वजह से उन्हें बहुत ज्यादा नुकसान उठाना पड़ता है । ऐसा कहा जाता है कि एक छोटा सा Decision आपकी पूरी जिंदगी को बदल सकता है ।

मौके जिंदगी में बार-बार नहीं आया करते इसीलिए यह कुंडलिनी जागरण होने के बाद आपकी Decision Making Power बहुत ही Strong हो जाया करती है । जो आपको बहुत तरह से लाभदाई भी हुआ करती है।

5) जीवन तनाव मुक्त हो जाता है

तनाव या फ़िर एक ऐसी चीज है जो किसी भी इंसान को कुछ भी करने नहीं देती और तनाव हमारे शरीर में बीमारियों का घर बना देती है। तनाव की वजह से हम बहुत सारी चीजें ऐसी हैं जो जिंदगी में खो बैठते हैं । बहुत सारे रिश्तो को भी यह तनाव खराब किया करता है ।

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तो Kundalini Jagaran की मदद से तनाव मुक्त जीवन जिया जा सकता है । Kundalini Jagaran होने के बाद जीवन में तनाव कम हो जाता है ऐसा इसलिए हुआ करता है ।  जब भी हमारे चक्र जागृत हुआ करते हैं । तो हम Overthinking करना कम कर देते हैं और जिसकी वजह से हमारे मन में बातें रहना और बंद हो जाती हैं । इसकी वजह से ही हमारे जीवन में तनाव भी कम हुआ करता है ।

Disadvantages Of Kundalini Jagaran ( कुण्डलिनी जागरण के नुकसान)

जब भी जब भी हमारे शरीर में किसी तरह की ऊर्जा का स्त्रोत हुआ करता है। या फिर हमारे शरीर में कुछ ऐसी Changes हुआ करते हैं । जिसका शरीर आदि नहीं हुआ करता तो उसके फायदे के साथ साथ हमें नुकसान भी झेलने पड़ते हैं । ऐसा ही Kundalini Jagaran में भी होता है । Kundalini Jagaran होने के बाद जितने इसके फायदे हैं । उतने ही इसके नुकसान भी हैं । यदि आप इसे Proper Knowledge के साथ ना करें । तो चलिए जानते हैं । कुण्डलिनी जागरण से होने वाले नुकसान कौन कौन से हैं ।

1) डर का अहसास होना
2) Breathing Problems होना
3) Heart Beat का बढ़ना
4) Limbs का अनचाहा Movement होना
5) Hallucinations होना

1) डर का अहसास होना

किसी भी इंसान की कुंडलिनी जागरण होने के बाद उनमें यह नुकसान भी कई बार देखे जाते हैं । उनके मन में डर का एहसास होने लगता है उन्हें आसपास की चीजों से डर का एहसास जहन में महसूस होने लगता है । इसी के चलते वह अपना अपने जीवन में कई और चीजें Effect कर बैठते हैं।

2) Breathing Problems होना

कुण्डलिनी जागरण होने के बाद यह बहुत ही Common Disadvantage और नुकसान लोगों के अंदर देखा गया है कि उन्हें कुंडली जागरण के बाद सांस लेने में दिक्कत होने लगती है या फिर यूं कहिए की उन्हें सांस से जुड़ी बीमारियां का सामना करना पड़ता है।

3) Heart Beat का बढ़ना

Heart Beat का बढ़ना एक और Disadvantage है Kundalini Jagaran का । अक्सर जो लोग Kundalini Jagaran में सफलता हासिल कर लेते हैं उनके अंदर यह देखा जा चुका है कि उनकी Heartbeat का बढ़ना एक Common Effect है ।

4) Limbs का अनचाहा Movement होना

कुण्डलिनी जागरण एक बहुत ही मुश्किल प क्रिया है  इसको बहुत ही मुश्किल से और बहुत ही मेहनत से अचीव किया जाता है पर जैसा कि हम कहते हैं कि हमारे अंदर अगर ऊर्जा का भंडार खट्टा हो जाता है तो उससे उसके कुछ दुष्प्रभाव भी हमें देखने को मिल जाते हैं और उन्हें कुछ दुष्प्रभाव में से एक दुष्प्रभाव है हमारे Limbs का अनचाहा Movement होना।

5) Hallucinations होना

Hallucinations या वेहम होना भी बहुत लोगों के अंदर देखा गया है । जिन्होंने कुण्डलिनी जागरण में सफलता प्राप्त की है कुंडलिनी जागरण एक ऐसा ऊर्जा का स्त्रोत है । जिससे हमारे शरीर में अनचाही चीजें होने लगती हैं और उसी का ही एक Example है Hallucinations होना । हमें कुंडलिनी जागरण होने के बाद कुछ चीजों के वहम होने लग जाते हैं । जैसे किसी चीज का अपने आप हिलना या किसी के होने का एहसास।

Process Of Kundalini Jagaran (कुण्डलिनी जागरण का तरीका)

Kundalini Jagaran के बहुत सारे तरीके बहुत लोगों ने बताए हुए हैं । जिनमें सबसे पहले आपको यही बताया जाता है की आपको अपने ध्यान को केंद्रित करना आना चाहिए । अपनी इंद्रियों को जैसे धीरे-धीरे आप अपने वश में करेंगे वैसे-वैसे ही कुंडलिनी जागरण के करीब आप पहुंचते जाएंगे। हमने भी यें तरीके विस्तार से बताए हुए हैं । हमारे ही Website के Articles में विस्तार से इन तरीकों के बारे में चर्चा की हुई है । तो आप उन्हें भी पढ़ कर कुण्डलिनी जागरण के तरीकों के बारे में जान सकते हैं।

How Much time it will take to Awaken Kundalini ? (कुण्डलिनी जागरण में कितना समय लगता है?)

वैसे तो ऐसा कहा जाता है कि कुंडलिनी जागरण में आपकी पूरी उम्र विविध सकती है और कुछ लोगों ने कुंडलिनी जागरण 1 साल 2 साल या 3 साल में भी हो सकता है । तो ऐसा कहा जा सकता है कि कुण्डलिनी अवकेनिंग या फिर कुण्डलिनी जागरण का कोई निर्धारित समय नहीं होता । पर फिर भी Experts की माने तो उनके हिसाब से कुण्डलिनी जागरण की तीन Stages हुआ करते हैं । 

 यदि कोई भी व्यक्ति उन तीन Stages को समय-समय पर लांग जाता है । तो कुण्डलिनी जागरण कर पाता है तो यह आप पर निर्धारित होता है । कि आप हफ्ते में और दिन में कितनी बार कुंडलिनी जागरण के लिए योग कर रहे हैं । कुछ लोग हफ्ते में चार से पांच बार दिन में दो से तीन बार कुंडलिनी योग को किया करते हैं ।

 यही कारण होता है कि उनमें कुंडलिनी जागरण का Process बहुत जल्दी हुआ करता है । अब बहुत जल्दी से मतलब हमारा Normal लोगों  की अपेक्षा जल्दी है । तो ऐसा कहा जा सकता है कि कुण्डलिनी जागरण में समय आपके प्रयासों पर निर्भर करता है ।

 यदि आप अपने प्रयासों में ढील छोड़ते हैं तो यह कुण्डलिनी जागरण में समय लगा करता है । यदि आप पूरी निष्ठा से अपने प्रयासों में सफल होते हैं तो आप कुण्डलिनी जागरण करने में भी सफल होते हैं कम समय में।

Note – इस Article में बताई गई सारी बातें पूर्णता Research Based हैं। इस तरह की किसी भी क्रिया को करने का प्रयास आप अपने विवेक से ही करें यह Article आपकी जानकारी में वृद्धि करने के Purpose से ही लिखा गया है । इस प्रकार की कोई भी क्रिया आप किसी एक्सपर्ट के सानिध्य में ही करें।

FAQ Related To Kundalini Jagaran Mein Kitna Samay Lagta Hai

Is Kundalini Awakening is not good for Health? (कुण्डलिनी जागरण क्या सेहत के लिए हानिकारक होता है?)

ऐसा नहीं है कि कुण्डलिनी अवकेनिंग सेहत के लिए हानिकारक है बस इसे Proper Knowledge के साथ किया जाना चाहिए।

What are the Symptoms of Kundalini Jagaran ? (कुण्डलिनी जागरण के लक्षण क्या होते है?)

कुण्डलिनी जागरण के बहुत सारे लक्षण होते हैं जिससे आप पता लगा सकते हैं कि आपकी कुंडलिनी जागृत हो चुकी है । आपके इंद्रियों का आपके वश में हो जाना और आपके दिमाग का पहले से ज्यादा विस्तृत रूप से काम करना भी एक लक्षण होता है।

Is Kundalini Jagaran Rare ?( कुण्डलिनी जागरण Rare है? )

जी हां कुंडलिनी जागरण बहुत ही Rare हुआ करता है ।
इसे सफलतापूर्वक पूर्ण करने के लिए बहुत ही मेहनत और प्रयासों की जरूरत होती है ।

Final Words For Kundalini Jagaran Mein Kitna Samay Lagta Hai

इस Article Kundalini Jagaran Mein Kitna Samay Lagta Hai के माध्यम से हमने Kundalini Jagaran के बारे में बहुत सी चीजें जानी । इस की मदद से हमें भी जाना की कैसे हम एपी कुंडलिनी को जागृत कर सकते हैं या इसे जागृत करने में कितना समय लगता है और साथ ही साथ हम लोगों ने आज है लेख की मदद से ये भी बताने का प्रयास की कुंडलिनी जागरण के फायदे या नुकसान क्या होते हैं ।

आशा है आप लोगों को यह आर्टिक्ल ‘ कुण्डलिनी जागरण में कितना समय लगता है ‘ पसंद आया होगा । अपना कीमती वक्त निकालकर इस Article को पढ़ने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद!

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