Dhyan Karne Ka Saral Tarika In Hindi

आज हम बात करेंगे ध्यान करने का सरल तरीका (Dhyan Karne Ka Saral Tarika) के विषय में ।

आज ध्यान का प्रचलन इतना बढ़ गया है की हमारे भारत देश में ही नहीं बल्कि और भी देशो में ध्यान के लिए लोगो को प्रेरित किया जा रहा है। 

लोगो का ध्यान के प्रति बढ़ते उत्साह के चलते ये एक लाखो करोडो का बिजनेस बनता जा रहा है।  हर कोई ध्यान को अपनी जीवन शैली में उतरना चाहता है । 

हर कोई चाहता है की वह स्वस्थ रहे , तादुरस्त रहे , कोई भी बीमारी नहीं हो तो ऐसे में सब लोग एक ही सलाह देते है की योग को अपनाओ। 

योग से हमें लम्बी ऊपर तो मिलती ही है साथ ही हम अपने शरीर की बहुत सारी समस्याओ से निजात भी प् सकते है। 

इन्शान की बढाती उम्र के साथ उसमे हमें कमजोरी देखने को जरूर मिलता है।  इन्शान इस बात को ठीक से समज नहीं पता, वह ऐसे हल्के में लेता है।

बदलते समय के बाद उसे बहुत सारी समश्याओ का सामना करना पड़ता है।  इसलिए सभी ध्यान व् योग की सलाह देते है । अभी आपको भलेही ये normal लगे किन्तु बाद में आपको काफी सारी परेशानिया देखने को मिलेगी

यहाँ तक की भारत के प्रधानमंत्री भी यही सलाह देते है की हमेशा ध्यान करे ।  हर समय जब भी वो लोगो से रूबरू होते है , हमेशा एक ही सलाह देते है की योग को अपनाये। 

क्या आप जानते है की ध्यान करने का सही तरीका क्या है ? ध्यान करने के लिए हमें किन बातो को ध्यान में रखना चाहिए ?

ध्यान क्यों महत्वपूर्ण है ? ध्यान से हमें कौन कौन से फायदे होते है ? इन सभी के बारे में हम आज के इस आर्टिकल के अंदर पढ़ने वाले है। 

ध्यान के नियम कौन कौन से है ? ध्यान करने के लिए किन बातो के ऊपर गौर करना चाहिए ?

१. ध्यान के लिए हमें सबसे पहले जरुरत होती है समय की , समय का निर्धारण करना बहुत ही अनिवार्य माना जाता है।  ध्यान के लिए आप सुबह के 4 बजे से शाम के लगभग 4 बजे तक के समय में से कोई भी समय चिन्हित कर सकते है। 

जब 60 degree पर पृथ्वी और सूर्य का कोण को उस समय आप ध्यान करेंगे तो आपके शरीर की पियूष ग्रंथि तथा शीर्ष ग्रंथि के ऊपर अच्छा प्रभाव पड़ता है। 

२. आपको अच्छे माहौल को भी चुनना होगा तभी आप बिना अपना ध्यान भंग किये ज्यादा समय तक ध्यान की मुद्रा में बैठ पाएंगे। 

आपको बैठते समय भी एक बात पर गौर करना है की आप जिस भी स्थति में बैठने जा रहे है क्या वो आपके लिए उपयुक्त है ? क्या आप इस मुद्रा में काफी समय तक आरामदायक स्तिथि में बैठ पाएंगे ?

अगर आपका जवाब हा है तो आप उस मुद्रा में बैठकर ध्यान लगाए।  अन्यथा आप अपनी सुविधानुचर अच्छी योग मुद्रा का चयन करे। 

३ .बैठते समय एक बात का ध्यान दे की आप हमेशा सामान्य स्तिथि में बैठे।  जब आप योग की मुद्रा में हो तब हमेशा रीढ़ की हड्डी को सीधा रखे। 

आप कभी भी ज्यादा ढीले या फिर ज्यादा कड़क स्तिथि में नहीं बैठे।  इससे आपका दिन बार बार भंग होता है ।

४. सबसे जरुरी बात ये ही की आप कभी भी भोजन करने के तुरंत बाद ध्यान न लगाए।  इससे आपको आलश्य आता है और आपका ध्यान करने का मन नहीं करता। 

हमेशा भोजन करने के २  या फिर ३ घंटे बाद आप योग करे जब आप सामान्य स्तिथि में हो।  ऐसा कभी जरुरी नहीं है की आपको जब बहुत ज्याद भूख लग जाये तभी ध्यान करे, और ऐसा करना भी नहीं चाहिए।  ऐसा करने से आपका ध्यान बार बार खाने की तरफ जायेगा। 

५. ध्यान के लिए जरुरी है की आप सामान्य कपडे पहने।  अगर आप ऐसा नहीं करते है तो आप ध्यान की मुद्रा में ज्यादा समय तक आरामदायक नहीं बैठ  पाएंगे और आपका ध्यान बार बार भंग होता जायेगा। 

इससे बचने के लिए आपको हमेशा ढीले ढले कुरता पजामा पहनने चाहिए, जिसमे आप बहुत ही आराम से बैठ पाएंगे। 

६. अगर शर्दी पड़ रही है ऐसे में आपके पास एक ही विकल्प बचता है की आप अपने शरीर में गर्मी लाये।  आपको ऐसी कोई एक्सरसीज़े करनी है जिससे आपके शरीर को थोड़ी गर्मी मिल सके ।

इससे आपके शरीर का आलश भी दूर हो  जायेगा साथ ही आप अच्छे से ध्यान भी लगा पाएंगे ।  जब आप एक्सरसीज़े करेंगे तो आपका ब्लड सर्कुलेशन बूस्ट होगा जिससे आपके शरीर में काफी एनर्जी आएगी। 

७ . ध्यान करते समय गहरी साँच ले जिससे की आपके रक्त परीक्षणशरण तंत्र में सूधार होता है। 

ध्यान करने का सबसे तरल तरीका (Dhyan Karne Ka Saral Tarika):-

ध्यान करते समय हमेशा निम्न बातो का ध्यान रखे

१ ध्यान करने के लिए आपको हमेशा आरामदायक स्थिती में बैठना चाहिए।  अगर आप कुर्सी या फिर तकिये का इस्तेमाल करना चाहते है तो तो भी कर सकते है। 

२ अपने आखो को ध्यान करते समय बंद रखना चाहिए।  अगर आप चाहते है की आपकी आखो को शीतलता मिले तो आप ऐसे मास्क का उपयोग कर सकते  है जो की आपको शीतलता प्रदान करता है ।

३. जब भी आप साँस ले रहे हो , ऐसा कभी न करे की आप साँस को नियंत्रित करने की कोशिस कर रहे हो।  हमेशा उसे स्वाभाविक तरीके ले , जैसा की आप हमेशा लेते है ।

४. साँस समय हमेशा अपनी साँस पर ध्यान को केंद्रित कीजिये । जब आप साँस ले रहे हो होंगे तब आप  अपनी शरीर की क्रियाओ पर ध्यान दे। जैसे की आपके कंधो , आपके पेट , हाथो , तथा सभी हलचन के ऊपर अपना ध्यान केंद्रित करे । 

अपने साँस पर पूरा फोकस करे आप कभी भी उसे जबरदस्ती से लेने की कोसिस न करे।  अगर ध्यान करते समय आप भ्रमित हो रहे हो तो फिर अपना पूरा ध्यान लगाए और भर्मित होने से बचने की पूरी कोशिस करे।

५. जब आप ये क्रिया करेंगे तो आपको सिर्फ २  से ३ मिनिट का समय लगेगा।  जब आप ध्यान कर ले तब हमेशा normal रहने की कोशिस करे।

नोटये सबसे आसान विधि है ध्यान की। आपको ऐसे तो अनेको विधिया देखने को मिल जाएगी किन्तु सभी के तरीके अलग अलग है   अगर आप ध्यान करने की एडवांस तकनीक सीखना चाहते है तो आपको किसी अनुभवी शिक्षक से ध्यान जरूर सीखना चाहिए। 

FAQ Related to Dhyan Karne Ka Saral Tarika In Hindi:-

1 हमें रोगो से निपटने के लिए क्या करना चाहिए ?

हर कोई चाहता है की वह स्वस्थ रहे , तादुरस्त रहे , कोई भी बीमारी नहीं हो तो ऐसे में सब लोग एक ही सलाह देते है की योग को अपनाओ। 

योग से हमें लम्बी ऊपर तो मिलती ही है साथ ही हम अपने शरीर की बहुत सारी समस्याओ से निजात भी प् सकते है। 

2. ब्लड सर्कुलेशन को कैसे बूस्ट करे ?

आपको ऐसी कोई एक्सरसीज़े करनी है जिससे आपके शरीर को थोड़ी गर्मी मिल सके । इससे आपके शरीर का आलश भी दूर हो  जायेगा साथ ही आप अच्छे से ध्यान भी लगा पाएंगे । 

जब आप एक्सरसीज़े करेंगे तो आपका ब्लड सर्कुलेशन बूस्ट होगा जिससे आपके शरीर में काफी एनर्जी आएगी। 

3 ध्यान करने के  लिए कोनसा समय उपयुक्त माना जाता है ?

ध्यान के लिए हमें सबसे पहले जरुरत होती है समय की , समय का निर्धारण करना बहुत ही अनिवार्य माना जाता है।  ध्यान के लिए आप सुबह के 4 बजे से शाम के लगभग 4 बजे तक के समय में से कोई भी समय चिन्हित कर सकते है। 

जब 60 degree पर पृथ्वी और सूर्य का कोण को उस समय आप ध्यान करेंगे तो आपके शरीर की पियूष ग्रंथि तथा शीर्ष ग्रंथि के ऊपर अच्छा प्रभाव पड़ता है। 

4. ध्यान करने के लिए कैसे वातावरण का चयन करना चाहिए ?

. आपको अच्छे माहौल को भी चुनना होगा तभी आप बिना अपना ध्यान भंग किये ज्यादा समय तक ध्यान की मुद्रा में बैठ पाएंगे। 

आपको बैठते समय भी एक बात पर गौर करना है की आप जिस भी स्थति में बैठने जा रहे है क्या वो आपके लिए उपयुक्त है ?

क्या आप इस मुद्रा में काफी समय तक आरामदायक स्तिथि में बैठ पाएंगे ? अगर आपका जवाब हा है तो आप उस मुद्रा में बैठकर ध्यान लगाए।  अन्यथा आप अपनी सुविधानुचर अच्छी योग मुद्रा का चयन करे। 

5. ध्यान करने के लिए कैसे कपडे पहनने चाहिए ?

ध्यान के लिए जरुरी है की आप सामान्य कपडे पहने।  अगर आप ऐसा नहीं करते है तो आप ध्यान की मुद्रा में ज्यादा समय तक आरामदायक नहीं बैठ  पाएंगे और आपका ध्यान बार बार भंग होता जायेगा। 

इससे बचने के लिए आपको हमेशा ढीले ढले कुरता पजामा पहनने चाहिए, जिसमे आप बहुत ही आराम से बैठ पाएंगे। 

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