Swasthya Shiksha Nibandh in Hindi | स्वास्थय शिक्षा पर निबंध

इस आर्टिकल Swasthya Shiksha Nibandh in Hindi में आपको पूरी जानकारी मिलेगी स्वास्थय शिक्षा पर निबंध इन हिन्दी, Swasthya Shiksha Ka Mahatva in Hindi और स्वास्थय शिक्षा प्रस्ताव हिन्दी में के विषय में ।

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स्वास्थय हमारे जीवन की नींव हैं। स्वस्थ जीवन जीने के लिए हमे स्वस्थ आहार योजना का पालन करना चाहिए। स्वस्थ जीवन के लिए हमे सुबह जल्दी उठना चाहिए। तथा व्यायाम, दौड लगाना तथा कसरत करनी चाहिए। जिससे हमारा जीवन स्वस्थ रहे। हमे सुबह नाशते में दूध, फल का सेवन करना चाहिए।

हमे अपने स्वास्थ के लिए अच्छा भोजन करना चाहिए। शिक्षा के द्वारा हम अपने स्वस्थ जीवन की जानकारी रख सकते हैं। स्वास्थय हमारे जीवन में मूल मंत्र हैं। भारत में स्वास्थय के क्षेत्र में स्थिती संतोषजनक नही हैं। जिस दिन से कोरोना महामारी ने कदम रखा हैं उसी दिन से स्वास्थय की स्थिती सामने आ गई।

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और इसका बुरा असर लोगो के स्वास्थय पर पडा। लाखो की संख्या मे लोग ने इस महामारी के कारण अपनी जान को खो दिया। इस महामारी में भारतीय डाक्टरो, नर्सो आदि स्वास्थय कर्मियो ने उच्च स्तर पर त्याग व बलिदान किया हैं। मनुष्य के लिए उसका स्वास्थय ही बडा धन हैं। यदि मनुष्य अपना स्वास्थय खो देता हैं तो वह अपने जीवन में मिलने वाली खुशियो को भी खो देता हैं।

Swasthya Shiksha Nibandh in Hindi
Swasthya Shiksha Nibandh in Hindi

Short Paragraph on Importance of Health Education in Hindi

स्वास्थय शिक्षा का अर्थ → स्वास्थय शिक्षा वह अभियान हैं जो लोगो को ज्ञान व अच्छी आदतो को सीखने में सहायता प्रदान करता हैं। जिससे वे लोग स्वस्थ रहे। शिक्षा ही एक ऐसी शाखा हैं। जिसमें विद्यार्थीयो को स्कूलो व कालेजो में गाँव तथा शहरी भाषा को सरल रूप से सिखाया जाता हैं।

और शिक्षा के द्वारा स्वास्थय पर ध्यान केंद्रित किया हैं। लोगो को कोरोना जैसी बिमारियो के बारे मे भी शिक्षा के द्वारा जानकारी दी जाती हैं। कि हम किस प्रकार इन बिमारियो पर नियंत्रण रख सकते हैं। समाज को बुरी आदतो जैसे शराब, धुम्रपान जैसी नाशक वस्तुओ को छुडाने के लिए उनको स्वास्थय शिक्षा के बारे में बताया जाता हैं। शिक्षा के द्वारा ही हम लोगो को स्वस्थ जीवन जीने के लिए जागरूक कर सकते हैं। यही स्वास्थय शिक्षा का मुख्य उद्देशय हैं।

Essay on Health Education in Hindi
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FAQ Related to Swasthya Shiksha Nibandh in Hindi

स्वास्थय शिक्षा क्या हैं ?

आसान भाषा में हम कहे तो लोगो को स्वास्थय से संबंधित जानकारी देना हि स्वास्थय शिक्षा हैं। स्वास्थय शिक्षा के द्वारा मानसिक, सामाजिक तथा शारिरीक स्वास्थय के साथ – 2 पर्यावरण स्वास्थय की जानकारी दी जाती हैं। सरकार के द्वारा लोगो के स्वास्थय के लिए आयुष्मान जैसी योजना को चलाया गया हैं। जिससे प्रत्येक व्यक्ति इस योजना का लाभ उठा रहे हैं। और अपने जीवन को अच्छे स्वास्थय के साथ जी रहे हैं।

गरीब से गरीब लोग भी इस योजना के द्वारा स्वस्थ जीवन प्राप्त कर रहे हैं। शिक्षा ही लोगो को मानसिक तथा शारिरीक रूप से मजबूत बनाने का प्रयास करती हैं। शारीरीक बिमारी या कष्ट से मुक्त शरीर, मन या आत्मा से स्वस्थ एवम सुरक्षित होने की स्थिती स्वास्थय कहलाती हैं।

हमारे जीवन में स्वास्थय शिक्षा का महत्व क्या है?

मनुष्य के चरित्र को ऊँचा उठाने में स्वास्थय शिक्षा का बडा महत्व होता हैं। स्वास्थय से हमारे शारिरीक, मानसिक तंतुओ का विकास होता हैं। जो हमारे जीवन को प्रभावित करता हैं। स्वास्थय का मतलब शारिरीक रूप से तथा मानसिक व अध्यात्मिक रूप से स्वस्थ होना हैं। स्वास्थय शिक्षा हमे यौन के बारे में शिक्षा प्रदान करती हैं। यह जिम्मेदार यौन को बढावा देती हैं।

स्वस्थ जनता के लिए स्वास्थय शिक्षा का उतनी ही महत्व हैं जितना रोटि पकाने के लिए आटे का, और आग का महत्व होता हैं। कोविड के दौरान लोगो को स्वस्थ संतुलित आहार का ज्ञान न होने के कारण ही शारिरीक तथा मानसिक बिमारियो का सामना करा पडा था। इसलिए संतुलित आहार के बारे में लोगो को जागरूक करना चाहिए।

तथा स्वास्थय संबंधित आदतो को सिखाना चाहिए। स्वास्थय शिक्षा का ज्ञान व्यवहार को प्रभावित करता हैं। प्राथमिक चिकित्सा की जानकारी लोगो को होनी चाहिए। लोगो को शिक्षा के द्वारा स्वास्थय और स्वच्छता का ज्ञान प्राप्त होता हैं। व्यक्ति तथा समूह को विभिन्न स्वास्थय शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। शिक्षा व्यक्ति का सर्वोच्च विकास हैं। स्वास्थय शिक्षा संक्रामक रोगो से लडने की क्षमता को बढाती हैं। स्वास्थय शिक्षा हमारी बौधिक शिक्षा को बढाती हैं।

स्वास्थय शिक्षा उद्देश्य क्या है ?

स्वास्थय शिक्षा छात्र का शारिरीक, मानसीक, भावात्मिक विकास होता हैं। सभी प्रकार के स्वास्थ्य कार्यक्रमो में शामिल करना जैसे रक्तदान कैम्प, आँखो का कैम्प, हड्डीयो का कैम्प, शैरो कैम्प इत्यादि। विद्यालय, स्वास्थय कार्यक्रम बिमरी और उसका समाधान, मानसिक स्वास्थय, लौकिक स्वास्थय्।

विद्यालय कार्यक्रम विद्यालय में स्वास्थय कार्यक्रम आदि चलाने चाहिए। और बिमारियो के समाधान के बारे में जानकारी देनी चाहिए। बच्चो को समय पर खेल या शिक्षा कार्यक्रमो के द्वारा बच्चो का आइक्यू लेवल चैक करते रहना चाहिए। बच्चो को व्यवहारिक ज्ञान और स्वास्थय ज्ञान देना चाहिए। बच्चो के स्वास्थय को अच्छा बनाना चाहिए। प्राथमिक चिकित्सा का ज्ञान व अभ्यास करवाना चाहिए।

मनुष्य को सामुहिक जीवन हेतु तैयार करना चाहिए। समाज में अच्छे स्वास्थय के आदर्श को स्थापित करना चाहिए। अच्छे पर्यावरण का निर्माण करना चाहिए। बच्चो में स्वास्थयप्रद आदतो का विकास होना चाहिए।

सभी विद्यार्थियो के स्वास्थ का निरिक्षण करना बालक, बालिकाओ को स्वास्थय के प्रति जागरूक करना चाहिए। स्वास्थय शिक्षा का मुख्य उद्देश्य हैं अपने अच्छे स्वास्थय के लिए आस – पास सफाई रखने की जानाकारी प्राप्त करना।

संचार के माध्यमो के द्वारा स्वास्थ की जानकारी ले सकते हैं। जैसे अखबार, टीवी, रेडियो का इस्तेमाल करके भी स्वास्थय शिक्षा की जानकारी ली जा सकती हैं। मनोरंजनात्मक किराया का प्रयोग करके भी हम स्वास्थय की जानकारी दे सकते हैं। बच्चो के साथ – साथ उनके माता पिता को भी शामिल कर लिया जाए तो वे घर पर भी बच्चो को शिक्षा दे सकते हैं।

और इन बातो का ध्यान रख कर हम स्वास्थय शिक्षा संबंधी जानकारी ले सकते हैं। अच्छे स्वास्थय के लिए स्कूलो में खेल – कूद जैसी गतिविधियाँ कराई जा सकती हैं। तथा उनको खेल के साथ – 2 योगा प्रणाली, व प्राणायाम आदि कराई जाती हैं। जिससे बच्चे का मानसिक तथा शारिरीक स्वास्थय स्वस्थ रहे। और उनकी सोचने व समझने की शक्ति तेज बन सके। इसलिए बच्चो को स्कूलो में स्वास्थय शिक्षा के बारे में बताया जाता हैं। स्कूली जीवन में हि हम अच्छी आदतो का निर्माण कर सकते हैं।

Final words for Essay on Health Education Hindi

जिस तरह स्वास्थय का हमारे जीवन में महत्व हैं। उतना ही शिक्ष का भी महत्व हैं। दोनो एक सिक्के के दो पहलु हैं। स्वास्थय के बिना मनुषय संसारिक किसी भी चीज का सुख प्राप्त नही कर सकता। स्वास्थय ही हमारी प्रथम पूंजी हैं। इसलिए कहा जाता हैं पहला सुख निरोगी काया। स्वास्थय शिक्षा के बारे में नई – 2 मुहीम चलानी चाहिए। लोगो को स्वास्थय के प्रति जागरूक करना चाहिए। भयंकर व लाईलाज बिमारियो के बारे में जानकारी देते हुए रोकथाम व सावधानी के बारे में बताना चाहिए।

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