Reiki Karne ke Niyam Kya Hain Hindi Mein By Reiki Grandmaster : Best 18 Reiki Ke Niyam

आज हम बात करेंगे ‘Reiki Karne ke Niyam Kya Hain Hindi Mein’ के विषय में । रेकी करने वाले व्यक्ति को कोशिश करनी चाहिए कि इन नियमो का पालन करना चाहिए ।

Reiki Karne ke Niyam Kya Hain Hindi Mein:-

नियम

रेकी प्रयोग करने के कुछ नियम होते हैं। जिनका पता होना अनिवार्य है।  

1.    जब कभी भी रेकी करने बैठें तो हमेशा शान्तिपूर्वक बैठें।

2.    हमेंशा पैरों में जुराब पहने, पैरौं के नीचे चटाई या कालीन का प्रयोग करें, ऐसा न करने से जो उर्जा हमारे शरीर को मिलनी है वह जमीन में चली जाती है। 

3.    रेकी करते समय अल्फा म्यूजिक, ऊॅ ध्वनि या कोई अध्यात्मिक मन्त्र चलाना चाहिए ताकि मन अल्फा स्थिति में रहे और रेकी का प्रवाह पूर्णतः से हो और मन इधर-उधर न भटके।

4.    रेकी करने से पहले हस्त चक्रों को उपरलिखित विधि द्वारा सक्रिय कर लेना चाहिए।

5.    उसके पश्चयात रेकी शक्ति का ध्यान व आहवान करना चाहिए।

6.    Reiki उर्जा के आहवान की विधि रेकी चैनल को आँखें बन्द करके अंजुली मुद्रा बनाकर आवाहन करना चाहिए।

7.    मैं स्वयं की हीलिंग करने के लिए रेकी शक्ति का आवाहन करती हूँ/करता हूँ।

8.    दूसरे की रेकी करने के लिए आवाहन- मैं अपने साथी की नाम हीलिंग करने के लिए रेकी शक्ति का आवाहन् करता हूँ/करती हूँ ।

9.  यदि किसी बिमारी या दर्द को ठीक करने के लिए रेकी का आवाहन् करना है तो उस व्यक्ति का  नाम व बीमारी का नाम भी लेना चाहिए । 10.  आवाहन् करने के बाद ही हीलिंग करें।

Reiki Karne ke Niyam Kya Hain Hindi Mein

11.  आँखें बन्द करके रेकी करें। प्रारम्भ में आँखें खोलकर रेकी कर सकते हैं।

12.  मन ही मन सकारात्मक वाक्य Positive Affirmation बोलने चाहिए।

13.  अपने सभी अंगों को प्रतिदिन 10-15 मिनट तक हीलिंग करें।

14.  वापस Reiki उर्जा को ब्रह्माण्ड में भेजना- हीलिंग के बाद रेकी शक्ति को वापस ब्रह्माण्ड में भेजना चाहिए। रेकी शक्ति को वापस ब्रह्माण्ड में भेजने की स्थिति चित्र में दिखाई गई है। दोनों हाथो की हथेलियों को आसमान की तरफ करके तीन बार जोर से फूक मारें और बोले मैं रेकी शक्ति को वापस ब्रह्माण्ड में भेज रहा हूँ। 

15.  Reiki बन्द करना- दोनों हाथों को सामने लेकर आएँ और दोनों हाथों को मुट्ठी बन्द करके उपर से अंगूठें से दबाएँ और बोले मै रेकी शक्ति को बन्द करता हूँ। I CLOSE THE ENERGY.

16.  यदि किसी दूसरे की हीलिंग की है तो सम्बन्ध विच्छेद करना आवश्यक है। अन्यथा आपके हाथें से रेकी बहती रहेगी। दूसरे व्यक्ति से अपने सम्बन्ध विच्छेद करने के लिए तीन बार बोले -कट – कट – कट ।

उदाहरणः-गर्भवती स्त्री जैसे कोड के द्वारा बच्चें से जुड़ी रहती है उसी प्रकार रेकी करने वाला व्यक्ति रेकी से और रेकी लेने वाले व्यक्ति से जुड़ जाता है। रेकी करने वाला व्यक्ति उस समय एक माध्यम होता है, जिससे कि रेकी प्रवाह निरन्तर बहता रहता है। वह जिस भी वस्तु, व्यक्ति, पेड़-पौघे, सजीव व निर्जीव को छुता है तो उसके हाथ से उन सभी वस्तुओं में उर्जा बहती रहती है। इस कारण से रेकी उर्जा का वापस भेजना अनिवार्य है। व कट करना भी अनिवार्य है। 

17.  धन्यवादः- लगातार रेकी करने से व्यक्ति में कृतज्ञता व विनम्रता आती है। इसलिए रेकी करने के बाद सबका धन्यवाद करना चाहिए।   रेकी शक्ति का धन्यवाद। माता-पिता का धन्यवाद। स्वयं का धन्यवाद। साथी का धन्यवाद। भगवान का धन्यवाद। रेकी गुरूओं का धन्यवाद। सभी का धन्यवाद………… धन्यवाद!         धन्यवाद!         धन्यवाद!    

18.  हाथों की स्थितिः- जब भी आप रेकी करें हाथों की हथेलियों की स्थिति कप के जैसी होनी चाहिए। जैसा कि चित्र में दिखाया गया है। हाथों को व हथेलियों को जोर से नही रखना चाहिए। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखना है कि अंगुलियां और अंगूठें एक दूसरे के साथ जुड़ें हों अर्थात उनमें कोई जगह खाली न हो, अन्यथा रेकी उस जगह से निकल जाएगी। रेकी का प्रवाह गहरा नही होगा। दूसरों की हीलिंग करते समय शरीर व हाथ की दूरी 3 इंच रखें। स्वयं की हीलिग में हाथ शरीर पर रख सकते हैं।  

Focus Points Of Reiki Karne ke Niyam:-

नोटः-

प्रारम्भ में आवाहन् हल्का धीरे-2 बोलकर कर सकते हैं। अभ्यास होने के बाद आवाहन् मन ही मन करें। आवाहन् के शब्दों में कोई बदलाव न करें, ये शब्द सीधे रेकी मास्टर के मुख से लेने चाहिए या जिस तरह लिखें गए हैं, उसी तरह इन शब्दों को प्रयोग चाहिए। फिर भी किसी बदलाव से पहले रेकी मास्टर से सलाह लेंनी चाहिए। आवाहन् करते समय हाथों की स्थिति चित्र में देखें।

आपको यह विडियो जरूर देखना चाहिए :-

LISTEN TO THIS EVERY NIGHT Before You Sleep

पाँच सिद्धान्त

रेकी चैनल शारीरिक, मानसिक व अध्यात्मिक रूप से पूर्णतः स्वस्थ हो सके इसके लिए डा0 उसुई ने रेकी चैनल बनने वाले व्यक्तियों के लिए पाँच सैद्धान्तिक नियम बनाए। जो रेकी चैनल इन पाँच  सिद्धान्तों पर चलता है धीरे-2 उसका आचरण शुद्ध  होने लगता है तथा तन व मन से अपने आपको पूर्णतः स्वस्थ महसूस करता है।

1.  केवल आज के दिन मै क्रोध नही करूंगा।

2.  केवल आज के दिन मै चिन्ता नहीं करूंगा।

3.  केवल आज के दिन मै अपना कार्य ईमानदारी से करूंगा।

4.  केवल आज के दिन मै प्राकृति कृपा का आभार मानूंगा।

5.  केवल आज के दिन मै जीव मात्र से प्रेम व आदर करूंगा।

Reiki Karne ke Niyam Kya Hain Hindi Mein
Reiki Karne ke Niyam Kya Hain Hindi Mein

Final words for Reiki Karne ke Niyam Kya Hain Hindi Mein:-

हम आशा करते हैं कि आपको हमारा यह आर्टिक्ल ‘Reiki Karne ke Niyam Kya Hain Hindi Mein’ पसंद आया होगा । आप इसे अपनी ज़िंदगी में उतारें और सकारात्मक परिवर्तन पाएँ ।

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