5 Unknown facts about Jallianwala Bagh Massacre in Hindi

5 Unknown facts about Jallianwala Bagh Massacre in Hindi : जब भी Jallianwala Bagh हत्याकांड की बात आती है तो हम सबका दिल दहल उठता है यह आत्मा कंपाने वाला हत्याकांड 13 अप्रैल 1919 में हुआ था । 1919 साल वह साल था जिसमें लाखों लोगों के दिलों पर एक ऐसा आघात पहुंचाया था अंग्रेजों ने जिसको हम आज भी याद करके रोते हैं।

5 Unknown facts about Jallianwala Bagh Massacre in Hindi


जी हां यह वही Jallianwala Bagh हत्याकांड की बात हो रही है जिसमें हजारों की संख्या में इकट्ठे हुए लोगों पर जो कि बिल्कुल निहत्थे थे और उनका उस प्रदर्शन से कोई लेना-देना भी नहीं था उसमें हर वर्ग के हर उम्र के बच्चे बूढ़े औरत आदमी सब थे । उन पर जनरल डायर ने अपने ऑफिसर्स को आदेश देते हुए अंधाधुंध फायरिंग करवाई थी।


जी हां जब भी इस Jallianwala Bagh हत्याकांड की बात आती है तो खून खोल साउथ ता है 13 अप्रैल का वह दिन था और उस दिन बैसाखी का त्यौहार भी था और किसे पता था कि वह वह त्यौहार का दिन बहुत सारे लोगों के लिए आखरी दिन होगा तो आज के article के माध्यम से हम आप लोगों के लिए लेकर आए हैं Jallianwala Bagh हत्याकांड पर आर्टिकल इस आर्टिकल के द्वारा हम आप लोगों को यह बताने का प्रयास करेंगे कि Jallianwala Bagh हत्याकांड था क्या और यह हत्याकांड किसने करवाया और इस पूरे हत्याकांड में कितने लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी।

What was Jallianwala Bagh Massacre ? (जलियांवाला हत्याकांड क्या था ?)

Jallianwala Bagh एक ऐसा हत्याकांड है जो कि 13 अप्रैल 1919 में हुआ था अंग्रेज सरकार पर यह दबाव था कि भारतीय लोगों ने अपने हक की लड़ाई के लिए प्रदर्शन करना शुरू कर दिया था । जनरल डायर को उस समय यह कमान संभाली गई थी कि वह प्रदर्शनकारियों को किसी भी तरह से चुप करें और यह हत्याकांड मानवता को शर्मसार कर देने वाला हत्याकांड इसीलिए भी है । क्योंकि जैसा कि हमने आपको बताया कि 13 अप्रैल 1919 में Jallianwala Bagh में 20000 से भी ऊपर लोग इकट्ठे हुए थे ।

क्योंकि उस दिन बैसाखी का त्यौहार था और बैसाखी का त्यौहार को मनाने के लिए ही मिले को देखने के लिए ही जलियांवाला बाग में बहुत सारे लोग आए थे और जनरल डायर ने दोनों दरवाजों को बंद करके अंधाधुंध फायरिंग उन लोगों पर करवाई जो कि बिल्कुल रहते थे जिसमें हर वर्ग के लोग थे और जिनका उस प्रदर्शन से कोई भी लेना देना नहीं था।

History of Jallianwala Bagh Massacre?( जलियांवाला हत्याकांड का इतिहास?)

फिर हम बात करें जलियांवाला बाग हत्याकांड की इतिहास की तो 13 अप्रैल का वह दिन था जब अमृतसर के जलियांवाला बाग में 20000 से भी ज्यादा की संख्या में लोग इकट्ठा हुए थे। जैसा कि हमने आपको बताया कि बैसाखी का उस दिन त्यौहार था और उस दिन मेले को देखने के लिए जलियांवाला बाग में लोग इकट्ठा हुए थे । कुछ लोग वहां पर ऐसे भी थे जो नेताओं की गिरफ्तारी के मुद्दे पर शांति पूर्ण रुप से सभा करने के लिए एकत्र हुए थे ।

बहुत सारे लोग वहां पर अपने परिवार के साथ सिर्फ मेला देखने आए थे और ऐसा कहा जाता है कि दिन के करीब 12:40 हुए थे । जनरल डायर जो उस वक्त में थे वह जलियांवाला बाग में पहुंचते हैं और उन्हें उस सभा की सूचना मिल जाती है और यह सूचना मिलने के बाद तकरीबन जनरल डायर 4:00 बजे के बाद अपने डेढ़ सौ सिपाहियों के साथ जलियांवाला बाग के लिए रवाना होते हैं ।

डायर को यह सभा दंगा फैलाने के मकसद से रखी जाने की भनक लगती है पर ऐसा कुछ भी नहीं था उन्होंने किसी भी प्रकार से कोई भी उपद्रव वहां पर नहीं किया था। जनरल डायर ने अपने सिपाहियों को यह आदेश दिया था कि दोनों द्वार उस बाग के बंद कर दिए जाएं ।


और अंधाधुंध फायरिंग की जाए और उन सिपाहियों ने ऐसा ही किया उन्होंने तकरीबन 10 मिनट तक गोलियां चलाई और उन्होंने यह भी नहीं देखा कि वह किस पर गोली चला रहे हैं और इस वाक्य को देखकर वहां पर अफरा-तफरी मच गई। दोनों मुख्य द्वार बंद होने की वजह से वहां से कोई बाहर भी नहीं निकल पाया और ऐसा कहा जाता है कि उस बाग की दीवारें भी तकरीबन 10 फीट ऊंची थी।

तो उसको भी लोग फलान कर बाहर नहीं निकल पाए गोलियों से बचने के लिए बहुत सारे लोग कुएं में कूदे और यह दर्दनाक किस्सा वहां जिसने भी देखा उसके हूं आज भी कांप उठते हैं ।और जो भी हम सुनते हैं जो भी हम वहां पर आज भी देखते हैं तो वहां की मिट्टी का रंग मां की जमीन का रंग वहा के कुएं के पानी का रंग भी लाल ही दिखता है और हमें इस बात का अंदेशा उसी से ही लगता है कि वह कितना भयावह दृश्य उस वक्त में रहा होगा उन लोगों के लिए जिन लोगों ने अपनों को खोया और जिन लोगों पर गोलियां चली।

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FAQ Related To 5 Unknown facts about Jallianwala Bagh Massacre in Hindi

Who was responsible for Jallianwala Bagh Massacre?( जलियांवाला बाग हत्याकांड के लिए जिम्मेदार कौन था ?)

Reginald Edward Harry Dyer

In Which city of India is Jallianwala Bagh?( जलियांवाला बाग भारत में कहां पर है?

अमृतसर वो शहर है जहां पर जलियांवाला बाग स्थित है और आज भी यदि आप उस जलियांवाला बाग में जाकर देखेंगे तो वहां की जमीन आज भी लाल है और वहां के कुएं में पानी आज भी लाल है और वहां पर गोलियों के निशान भी आपसे आप देख सकते हैं और जलियांवाला बाग एक ऐसा हत्याकांड था जिसने आज भी लोगों की आंखों में पानी दिया हुआ है।

Who Shot General Dyer ?( जनरल डायर को किसने गोली मारी थी ?)

उद्यम सिंह जी ने जनरल डायर को गोली मारी थी । उधम सिंह जो कि क्रांतिकारी थे उन्होंने जनरल डायर को मौत के घाट उतारा था क्योंकि वह उस जलियांवाला बाग हत्याकांड से बहुत ज्यादा गुस्सा थे और इसी की वजह से उन्होंने जनरल डायर को गोली मारकर उनकी हत्या की थी।

Final Words

इस आर्टिकल के माध्यम से आज हम लोगों ने आपको जलियांवाला बाग हत्याकांड के बारे में जानकारी देने का प्रयास किया है हम आशा करते हैं कि इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आप लोगों के दिमाग में कुछ सवालों के जवाब आपको मिले होंगे और हम आशा करते हैं कि आप लोगों को यह आर्टिकल पसंद आया होगा अपना कीमती वक्त निकालकर इसे पढ़ने के लिए धन्यवाद!

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