How To Do Hatha Yoga in Hindi and its 7 easy steps

Hatha Yoga एक ऐसा योग है जिसके बारे में बहुत कम लोग ही विस्तार पूर्वक जानते हैं। Hatha Yoga के माध्यम से हम बहुत सारी चीजों में बदलाव ला सकते हैं जो कि हमारे शरीर के अंदर हुआ करते हैं । हठयोग एक ऐसा योग है जिसकी मदद से हम बहुत ही ज्यादा Positivity और लचीलापन ला सकते हैं । इस Article की मदद से हम आप लोगों तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे कि How to Hatha Yoga हम आपको यह भी बताएंगे कि इसे कैसे किया जा सकता है आसान Steps में।

इस आर्टिक्ल ‘How To Do Hatha Yoga in Hindi’ में बताया है कि हठ योग कैसे करें । हठ योग करने के अनेक लाभ हैं । जैसे कि हठ योग शब्द से ही पता चल रहा है, योग को हठ पूर्वक करना । इसको हम इस तरह से भी कह सकते हैं कि बलपूर्वक करना । हठ योग को करने में घबराने जैसा कुछ भी नहीं है । फिर भी हठ योग को हमेशा Expert की देख रेख में ही करना चाहिए । यदि कोई व्यक्ति किसी भी प्रकार की बीमारी से पीड़ित है तो उसे अपने डॉक्टर से पूछ कर ही हठ योग करना प्रारम्भ करना चाहिए ।

हठ योग का परिचय (introduction of hatha yoga):-

Hatha Yoga राज योग का ही अंग है। हठ योग का संबंध शरीर से होता है, और राज योग का संबंध मन से होता है।
Hatha Yoga का शाब्दिक अर्थ –
ज़िद करना अर्थात (व्यक्ति का ज़िद पूर्वक योग करना हठ योग कहलाता है। ) ‌
लेकिन वास्तविक गहराई में हठ योग क्या है? ‌
हठ शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है।
ह + ठ
ह का अर्थ है -: हकार नाड़ी , सूर्य नाड़ी
ठ का अर्थ है -: ठकार नाड़ी या चन्द्र नाड़ी
प्रायोगिक तरिके से समझा जाए तो
दायां स्वर – हकार नाड़ी या सूर्य नाड़ी
बायां स्वर – ठकार नाड़ी या चन्द्र नाड़ी
*हकार नाड़ी को पिघला नाड़ी , ठकार नाड़ी को इला नाड़ी कहा जाता है।

  • हमारे शरीर में तीन नाड़ी होती है।
  1. इड़ा नाड़ी
  2. पिंगला नाड़ी
  3. सुषुम्ना नाड़ी

सुषुम्ना नाड़ी में हकार और ठकार नाड़ी का मिलन होता है वहीं से शक्ति का जागरण होता है।
अर्थात जब सूर्य नाड़ी और चन्द्र नाड़ी का मिलन हो जाता है, तब हठ योग की उत्पत्ति होती है।

परिभाषा:-

शरीर पर नियंत्रण के माध्यम से मन पर नियंत्रण करना हठ योग है। हमारे अन्दर एक शारीरिक ऊर्जा और दूसरी मानसिक ऊर्जा होती है , और दोनों ही सांसारिक रूप से अलग अलग होती है , लेकिन दोनों का एकत्रित करके हम दोनों ऊर्जा को आध्यात्मिक उन्नति में लगा दें तो हमें वास्तविक ज्ञान की प्राप्ति होती है। हम कह सकते हैं कि हठ योग में शरीर से यात्रा शुरू होकर मन तक पहुंचने वाली यात्रा हठ योग कहा जाता है।


हठ योग की उत्पत्ति “नाथ सम्प्रदाय” से हुई है। और इसका उपदेश भगवान शिव ने मां पार्वती को दिया , और उसके बाद गुरु शिष्य की परम्परा के रूप में प्रचलित है।

अतः Hatha Yoga के माध्यम से शरीर और मन का मिलन करवा कर हम समाधि को प्राप्त करते हैं।
हठ योग के 84 आसन्न है।

  1. शशांक
  2. अधोमुखा
  3. अंजान्या
  4. अधो हनुमान आसन्न
  5. उत्थान पृष्ठासन
  6. मेरुदंड सन्तुलन
  7. गोमुख आसन्न
  8. हस्तोतान आसन्न
  9. पादाअगुस्थासन्न
  10. त्रिकोण आसन्न
  11. परिवृत्त पाश्र्वकोणासन
  12. प्रसारित पादोत्तानासन
  13. पाश्र्व उत्तनासन
  14. वीरभद्रासन 1
  15. वीरभद्रासन 2
  16. पाश्र्वकोणासन
  17. वृक्षासन
  18. वीरभद्र आसन्न 3
  19. अर्द चन्द्र आसन्न
  20. उदित पादाअंगुस्ता
  21. गरुणासन
  22. सलभासन्न
  23. विमान आसन्न
  24. धानुर आसन्न
  25. उस्तरासन्न
  26. चमत्कार आसन्न
  27. राज कंपोस्ट आसन्न
  28. उरदवाधनुरासन्न
  29. मरुदण्ड आसन्न
  30. अर्द्ध मत्स्य़न्दृ आसन्न
  31. भारद्धाज आसन्न
  32. पदासन
  33. पश्चिमोत्तासन्न
  34. जानु शीर्षासन्न
  35. तिरिमुख एकापाडा पश्चिमोत्तानासन
  36. मरिचयासना
  37. इक पल पद्म पश्चिमोत्तानासन
  38. दण्डासन
  39. उत्तानपदासना
  40. अर्द्ध नवासन्ना
  41. पूर्ण नवासना
  42. चतुरंगा आसन
  43. कुक्कुटासन
  44. वृक्षासन
  45. पद्मावत वृक्षासन
  46. वशिष्ठा आसन्न
  47. विश्वामित्र आसन
  48. मयूरासन
  49. एक पदा गालवासन्न
  50. एक हस्ता भूजासन
  51. एकक्षपादा भूजासन्न
  52. एक पाला वकासन्न
  53. एका पद कौणिडन्यसन्ना
  54. अष्टावक्र आसन
  55. पार सबा वृक्षासन
  56. भुजापीड़ासन
  57. गंदा भैरू दंडासन
  58. पिंचा मयुरासन्न
  59. वरचिकासन्न
  60. अधोमुखा वृक्षासन
  61. बद्धकोणासन्न
  62. उपाविष्ठा कोणासन्न
  63. करुणासन्न
  64. कुरमासन्न
  65. तिततीभासन्न
  66. सुप्ताकुरमासन्न
  67. परिघासन्ना
  68. अन्नतासन्न
  69. सुप्ता पदाअंगुसथासना
  70. सुचिरानदरासना
  71. कोणासना
  72. आनन्दा सालाना
  73. योगी
  74. सेतुबंध आसन
  75. अपन आसन्न
  76. शीर्षासन
  77. सरवागासन्न
  78. हाला आसन्न
  79. कर्नापिडंआसन्ना
  80. गर्वा पिंडासन्ना
  81. मत्स्यासन
  82. लोलासन्न
  83. पद्मासन
  84. सवासन्न

How To Do Hatha Yoga in Hindi ?

HATHA YOGA हठ योग करने के तरीके:-

  1. Hatha Yoga सूर्य नमस्कार से शुरू करें ।
  2. किसी प्रकार की शारीरिक समस्या है तो हठ योग न करें ।
  3. ध्यानासन्न हठ योग का तीसरा चरण है ,( जमीन पर आंख बंद करके आराम की मुद्रा में बैठ जाएं और ऊं का उच्चारण करते हुए ध्यान लगाएं, आत्मा को गहराई से जानने का प्रयास करें।
  4. चौथे चरण में योग मुद्रा का अभ्यास किया जाता है।
  5. पांचवे चरण में बंध का अभ्यास किया जाता है इसमें आपको एक खास मुद्रा में बैठ कर अपने सांस को रोककर शरीर को एक ही अवस्था में स्थर रखना होता है।
  6. छठे चरण में प्राणायाम किया जाता है, इसमें अपनी इन्द्रियों पर नियन्त्रण किया जाता है।
  7. सप्तम चरण इसमें कुंडलिनी जागरण योग किया जाता है, यह शरीर की गुप्त शक्तियों को जगाने काम करता है।
    और इन सभी चरणों के माध्यम से व्यक्ति की शारीरिक और मानसिक शक्ति एक ही दिशा में चलने लगती है। और व्यक्ति को साधना प्राप्त होती है।

‌हठ योग करते समय कुछ सावधानियां बरतनी आवश्यक है।

  1. कमर , हाथ या जोड़ों में दर्द होने पर हठ योग न करें।
  2. मांसपेशियों में दर्द या खिंचाव महसूस होने पर हठ योग न करें।
  3. किसी प्रकार की सर्जरी होने पर हठ योग न करें।
  4. प्रशिक्षक की सलाह पर ही पहली बार हठ योग शुरू करें।
  5. गर्भवती महिलाओं को यह अभ्यास नहीं करना चाहिए।

हठ योग करना है पर शरीर लचीला नहीं है तो क्या करें?

जो लोग हठ योग करते हैं उन्हें कुछ सप्ताह तक अच्छा महसूस होता है उसके पश्चात कुछ बीमारी का अनुभव होने लगता है, यह वह समय है जब आपको अभ्यास जारी रखना चाहिए। योगा का बुनियादी लक्ष्य आपको मुक्ति दिलाना है। एक बार जब आप महत्वपूर्ण कार्य में लग जाते हैं तब आपकी शरीर, मन, आत्मा सभी एक साथ ही चलना चाहिए। साधना की प्रकृति निरन्तर अभ्यास है।

क्या हठ योग का प्रारंभ घर से भी किया जा सकता है?

हां, हठ योग घर से भी किया जा सकता है, या जो लोग योगा कि शुरुआत कर रहे हैं वह भी हठ योग कर सकते हैं, लेकिन हठ योग शुरू करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक होता है।

  1. योग्य शिक्षक के मार्गदर्शन में :- योग्य शिक्षक आपको अवगत करता है कि जो 84 प्रकार के हठ योग है उन्में से कौनसे और कितने योगाभ्यास शुरू में आप कर सकते हैं।
  2. आरामदायक पोशाक :- हठ योग का अभ्यास करते समय आरामदायक पोशाक पहनना ही उचित होता है।
  3. भोजन का समय :- खाली पेट या पिछले भोजन के कम से कम 2 से 3 घंटे बाद योग अभ्यास करना चाहिए।
  4. पानी की आवश्यकता -: प्रतिदिन 8 ग्लास पानी अवश्य पीना चाहिए ।
  5. योग करने का तरीका -: ध्यान मुद्रा से ही हठ योग शुरू करें ,यह हमारे शरीर में लचीलापन लाने में मदद करता है।
  6. श्वसन गति -: जब श्वसन गति हल्की और लम्बीं होती है तब मांसपेशियों को विश्राम मिलना शुरू हो जाता है, लेकिन जब श्वसन गति उबड़-खाबड़ होती है तो इसका मतलब आप परिश्रम अधिक कर रहे हैं।
  7. दबाव महसूस न करे -: हठ योग शुरू करें तब आप दूसरे लोगो को देख कर दबाव महसूस न करें |
    अंत में हठ योग का 84 वां अभ्यास शवासन अवश्य करें, यह शरीर को शीतल करने में सहायक होता है।

हठ योग के लाभ (Benefits of Hatha Yoga)

योग निद्रा मन और शरीर दोनों को विश्राम देने में लाभदायक है।


1.षट्कर्म -: यह आसन हमारे शरीर में सुख शांति की वृद्धि करता है तथा हमारे शरीर को शक्ति प्रदान करता है।

  1. मुद्रा -: यह आसन आपके मन को और आत्मा को साथ जोड़ने का कार्य करता है।
  2. प्रत्याहार -: इस प्रक्रिया में हम अपनी इंद्रियों को साधते हैं।
  3. ध्यान आसन इस मुद्रा से हम अपने ध्यान शक्ति को बढ़ाते हैं।
  4. इस प्रकार हठयोग में 84 प्रकार के अभ्यास होते हैं हमें अपनी शारीरिक क्षमता के अनुसार इनमें से कुछ अभ्यास प्रतिदिन करना आवश्यक है।

FAQ Related To How to Do Hatha Yoga in Hindi and its 7 easy steps

Is Hatha Yoga Good For Beginners?(क्या हठ योग beginners के लिए अच्छा होता है?)

हठयोग को Beginners के लिए Best माना गया है क्योंकि हठयोग में बहुत ही Slower Pace से योगासन किए जाते हैं। और यदि आप योग Practice शुरू कर रहे हैं तो हठयोग आपके लिए सबसे Best तरीका है योग Practice को शुरू करने का।

Is Hatha Yoga harder than Vinyasa?(क्या हठ योग vinyasa से मुश्किल है?)

Vinyasa ज्यादा मुश्किल है Physically भी और Mentally भी वह एक ऐसी योग क्रिया है जिसमें Poses को बहुत जल्दी जल्दी बदलना पड़ता है। Vinyasa के मदद से Blood Flow में भी बहुत जल्दी से Increase आया करता है तो ऐसा हम कह सकते हैं कि हठयोग से ज्यादा मुश्किल Vinyasa है ।

Can you lose weight with Hatha Yoga?(क्या हम हठ योग की मदद से वजन कम कर सकते हैं?)

जी हां हम हठयोग की मदद से वजन कम कर सकते हैं हठयोग के बहुत सारे फायदे हुआ करते हैं जिनमें से एक फायदा आपका weight loss भी हुआ करता है हठयोग की मदद से हम अपने दिमाग का stress भी कम कर सकते हैं और Physical Activities भी involve हुआ करती है जिसकी मदद से हमारा weight loss भी हुआ करता है।

Final words for How To Do Hatha Yoga:-

इस Article की मदद से हमने आप लोगों तक आज यह बस पहुंचाने की कोशिश की है कि कैसे हम हठयोग को कर सकते हैं। इसके हमने 7 आसान Steps भी आप लोगों को बताएं ।इस Article की मदद से हमने आप लोगों तक यह भी बताने की कोशिश करें कि आप लोगों को हठयोग करते समय किन किन चीजों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है जिससे कि आपको उसके फायदे मिलें। हम आशा करते हैं कि आपको हमारा यह आर्टिक्ल ‘How To Do Hatha Yoga in Hindi’ पसंद आया होगा । अपने किमती समय को देकर हमारे इस आर्टिक्ल को पढ़ने के लिए आप सभी का धन्यवाद ।

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