How To Do Astral Travel in Hindi | सूक्ष्म शरीर की यात्रा कैसे करें ।

मनुष्य एक ऐसा जीव है जो जिज्ञासाओं से भरा हुआ हैं, हर एक इंसान की अलग-अलग तरह की जिज्ञासा होती हैं उनमे से एक है Astral Travel (सूक्ष्म शरीर की यात्रा) और हर एक इंसान के अलग-अलग तरह के सपने होते हैं किसी का सपना होता है की वह विदेश यात्राओं पर जाए किसी का सपना होता है की वह दुनिया भर के सारे ऐश और अराम को भोगे ।

परंतु इन सबके बीच में कुछ ऐसे जिज्ञासु लोग भी होते हैं जिनका सपना होता है की वह भी astral travel (सूक्ष्म शरीर की यात्रा) को महसूस करें मतलब की उनका सपना होता है कि वह भी अपने शरीर से बाहर आकर एस्ट्रल ट्रैवल(Astral travel) करें और स्पिरिचुअल वर्ल्ड के इस बहतरीन सफर को महसूस करें।

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What is Astral Travel?
एस्ट्रल ट्रैवल (Astral travel) क्या है ?

एस्ट्रल ट्रैवल जिसे हम सूक्ष्म यात्रा भी कहते हैं। एक ऐसी यात्रा है जिसमें हमारा भौतिक शरीर (Physical Body ) तो रेस्ट में रहा करता है और हमारी Spirit बाहरी दुनिया में घूम रही होती है।

एस्ट्रल ट्रैवल एक ऐसी रहस्यमई यात्रा है जिसके बारे में बहुत सी भ्रांतियां भी लोगों के मन में बसी हुई हैं। कुछ लोगों का मानना है कि यदि हमारी आत्मा शरीर से बाहर आती है तो क्या पता वह अपने शरीर में वापस जाए ही ना अगर ऐसा हुआ तो क्या होगा?

What is Astral Travel
What is Astral Travel


कुछ लोगों का यह डर होता है कि अगर हमारी आत्मा किसी और डायमेंशन में मुड़ गई या हमारी आत्मा पर किसी और ने कब्जा कर लिया तो फिर क्या होगा। चलिए इन्हीं सब सवालों के जवाबों को ढूंढने की कोशिश करते हैं और जानते हैं कि कैसे हम एस्ट्रल ट्रैवल यानी सूक्ष्म यात्रा कर सकते हैं।

How to do Astral Travel?
एस्ट्रल ट्रैवल (Astral Travel) कैसे कर सकते हैं?

एस्ट्रल ट्रैवल करने के लिए बहुत से लोग बहुत सी अलग-अलग तकनीक बताया करते हैं । हर शरीर के लिए अलग तकनीक होती है ,यह जरूरी नहीं होता कि हर एक इंसान पर हर एक तकनीक काम करेगी, या फिर हर एक इंसान हर किसी तकनीक से एस्ट्रल ट्रैवल कर पाए।

हमें यह बात का अंदाजा अपने आप स्वयं ही लगाना पड़ता है की हमारे शरीर पर कौन सी तकनीक ज्यादा असरदार है। पर आज हम एक ऐसी तकनीक के बारे में जानेंगे जो की अधिकतर लोगों पर असरदार होती है जिसके माध्यम से अधिकतर लोग एस्ट्रल ट्रैवल आसानी से कर सकते हैं।

एस्ट्रेल ट्रैवल की तकनीक देखने में जितनी आसान लगती है करने में उतनी ही मुश्किल और अगर सही knowledge के साथ ना की जाए तो आपको मानसिक रूप से भी संघर्ष करना पड़ सकता है।

एस्ट्रल ट्रैवल की किसी भी तकनीक को अपनाने से पहले आपको अपने मस्तिष्क अपनी इंद्रियों पर पूर्ण तरीके से कंट्रोल होना बहुत जरूरी है ।


वैसे तो एस्ट्रल ट्रैवल करने की बेहद सारी तकनीकें हैं पर उनमें से एक तकनीक ऐसी है पूरी दुनिया भर में जिसे अपनाया जाता है और जिसके द्वारा एस्ट्रल ट्रैवल बहुत आसानी से किया जाता है । उस तकनीक का नाम है

The Hammock Technique

सुनने और देखने में तो यह तकनीक काफी आसान प्रतीत होती है पर जब हम इसे करते हैं तब हमे एहेसास होता है कि ये इतनी आसान भी नहीं ।


इस तकनीक के द्वारा आपको एस्ट्रेल ट्रैवल अनुभव करने के लिए सबसे पहले बिल्कुल सीधा शवासन में लेटना होता है। आपको इस बात का ध्यान रखना बहुत जरूरी है कि आप की रीड की हड्डी बिल्कुल सीधी होनी चाहिए।


सीधे लेटने के बाद आपको अपनी सांसो को नियंत्रित करना होता है ।
जैसे ही आप अपना सारा ध्यान अपनी सांसो पर लगाएंगे तो धीरे-धीरे आपके मस्तिष्क के सारे ख्याल अपने आप कम होते चले जाएंगे ।
आपकी इंद्रिया अपना सारा ध्यान सिर्फ आपकी सांसो पर केंद्रित करने लगेंगी ,और इससे धीरे-धीरे आप अपने इंद्रियों को अपने control में कर लेंगे।

जैसे – जैसे आपकी सांसे आपके नियंत्रण में आती जाए वैसे- वैसे ही आपके शरीर को आप को ढीला छोड़ना होगा।
इससे आपका शरीर, आपका मन ,आपके विचार सब आपके नियंत्रण में आ चुके होंगे और धीरे-धीरे आप निद्र अवस्था में जाने लगेंगे।
इसी वक्त आपको ध्यान रखना है की आपको अपने शरीर को निद्रा में जाने देना है ,पर आपके दिमाग को जगाए रखना है अगर आप अपने दिमाग को जगाए नहीं रखेंगे तो आपका Astral Travel (सूक्ष्म शरीर की यात्रा) करना संभव नहीं है।
और जैसे ही यह होगा आपका शरीर निद्र अवस्था में आएगा पर आपका दिमाग जागृत रहेगा ।

उसी समय आपको आउट ऑफ द बॉडी या फिर Astral traveling का अनुभव होगा
और यह टाइम फ्रेम वो टाइम फ्रेम होता है जिस समय आप एक ऐसे डायमेंशन में पहुंच चुके होते हैं जिसमें आपका शरीर तो सो गया होता है, पर आपकी आत्मा बाहर की दुनिया का अनुभव कर रही होती है ,और इसे ही कहते हैं
सूक्ष्म यात्रा या फिर Astral travel (सूक्ष्म शरीर की यात्रा)

FAQ


क्या एस्ट्रल ट्रेवल ( Astral Travel) सच में किया जा सकता है?

जी हां ,एस्ट्रेल ट्रैवल सच में किया जा सकता है और यह बहुत सारी तकनीकों से किया जा सकता है।
जैसा की आर्टिकल में बताया गया है, एस्ट्रेल ट्रैवल (Astral Travel) बहुत सी तकनीको से किया जा सकता है ,पर आपको स्वयं ही पता करना होगा कि आप के शरीर पर कौन सी तकनीक काम करती हैं।

Is Astral Travel Safe?
क्या एस्ट्रल ट्रैवल (Astral Travel) करना सुरक्षित है?

एस्ट्रल ट्रैवल ( Astral Travel )करना सुरक्षित तभी है जब आपको उसको करने की पूरी Knowledge हो बिना Knowledge के करना यह असुरक्षित हो सकता है ,और आपको मानसिक रूप से और शारीरिक रूप से कुछ कठिनाइयां भी महसूस हो सकती हैं।

Are Dreaming and Astral Travel both same things ? क्या सपने देखना और एस्ट्रेल ट्रैवल करना दोनों एक ही चीज है?

काफी हद तक हम कह सकते हैं कि सपने देखना और एस्ट्रेल ट्रैवल करने में बहुत समानताएं हैं पर दोनों को एक ही चीज कहना गलत होगा एस्ट्रल ट्रेवलिंग में आपके मस्तिष्क का आपके विचारों पर पूरा क होता है जबकि सपनों में ऐसा नहीं होता।

Final words for

इस आर्टिकल के माध्यम से हमने कोशिश करी है की आप लोगों को एस्ट्रल ट्रेवलिंग (Astral Travel) के बारे में सारे तथ्यों से अवगत करा पाएं, उम्मीद करते हैं की आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा। अपना कीमती वक्त निकालकर पढ़ने के लिए धन्यवाद।

यह क्रिया आसान है परंतु किसी एक्सपर्ट की देखरेख में ही इसे सीखना चाहिए ।

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