Biggest Cause of Human Suffering in Hindi

आज हम बात करेंगे ‘मनुष्य के दुखों का सबसे बड़ा कारण’ Biggest Cause of Human Suffering के विषय में । आजकल जहां भी देखो चिंता, भय और डर का माहौल है हम तरह तरह की मानसिक व शारीरिक बीमारियों से गिरे हुए हैं ।

व्यक्ति गरीब हो या अमीर दुख व चिंताओं से घिरा हुआ है बड़े से बड़े पद पर आसीन व्यक्ति भी और अमीर से अमीर व्यक्ति भी अलग-अलग समस्याओं से परेशान और दुखी है । 

Middle Class Family या गरीब परिवार यह सोचते हैं कि बड़े बड़े पद पर आसीन व्यक्ति परेशान नहीं होते, परंतु वास्तविकता इसके बिल्कुल विपरीत है जो सभी को दिखाई नहीं देती ।

खुद ही सोचिए अमीर व्यक्ति और उच्च पदों पर आसीन व्यक्ति भी आज इतने परेशान और दुखी हैं तो अमीर और उच्च पद पर होने का क्या फायदा है ?

आओ जाने मनुष्य के दुखों का सबसे बड़ा कारण क्या है?
(Biggest cause of Human Suffering)

इस प्रश्न का उत्तर जानने के लिए हम एक उदाहरण लेंगे । जैसा कि हम सब को पता है कि पृथ्वी सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाती है स्वयं का भी चक्कर लगाती है एक पल के लिए विचार करें कि पृथ्वी न तो सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाए और ना ही स्वयं के चारों ओर चक्कर लगाए ।

पृथ्वी अपना  मुख्य कार्य न करके कभी ब्रह्मांड में इधर जाएगी और कभी उधर जाएगी ।  इसका परिणाम क्या होगा ? पृथ्वी पर भूचाल आ जाएगा, फिर न दिन होगा ना रात होगी ।  

सारी की सारी प्रकृति अस्त-व्यस्त हो जाएगी । इसको Short में कहूं तो पृथ्वी पूरी तरह से नष्ट हो जाएगी है ।

मनुष्य के साथ भी यही हो रहा है वह अपना मुख्य उद्देश्य या लक्ष्य छोड़कर दूसरे झंझटों में पड़ गया है ।

वह कभी कुछ करता है और कभी कुछ । उसने अपनी धुरी पर घूमना छोड़ दिया है । मैं इस बात को सही या आसान शब्दों में कहूं तो मनुष्य अपने मुख्य लक्ष्य को भुला चुका है ।

Focus Points:-

मनुष्य का मुख्य लक्ष्य हर पल आनंद में रहना है वह भी बिना किसी कारण के, ठीक एक बच्चे की तरह बिना किसी कारण के खुश रहना हैं ।

 आप कुछ दिनों के लिए किसी बच्चे को नोटिस (Notice ) करें, कि बच्चों को किसी भी बात की चिंता नहीं होती, फिर भी  बिना किसी कारण के खुश रहते हैं आनंदित रहते हैं

हर पल इंजॉय करते हैं और उनका चहरा  हमेशा खिला-खिला रहता है सभी उनसे प्यार करते हैं बच्चों को देखते ही हमारे चेहरे पर एक खुशी की लहर दौड़ जाती है।  कोई उनसे नफरत नहीं करता ।

जैसे जैसे हम बड़े होते जाते हैं हम अपना मूल स्वभाव भूल जाते हैं अपने मूल लक्ष्य से दूर हो जाते हैं परेशान होते चले जाते हैं ।

डर भय हमारे अंदर अपना घर बना लेते हैं ।  हम दिन प्रतिदिन इसमें घिरते चले जाते हैं जैसे जैसे हम बड़े होते चले जाते हैं हम अधिक से अधिक धन कमाना चाहते हैं बड़े से बड़ा पद प्राप्त करना चाहते हैं ।

आप बहुत सारा धन कमाई है, उच्च पद प्राप्त करें लेकिन अपने मूल स्वभाव को न छोड़े । अपने मूल लक्ष्य को ना छोड़े ।

यदि हम ऐसा करते हैं तो हम सभी प्रकार की सुविधाओं से परिपूर्ण होकर भी भयभीत, चिंतित और दुखी ही रहेंगे । यदि मैं शार्ट करके कहूं तो हम अपने अल्टीमेट गोल ऑफ लाइफ (Ultimate Goal Of Life ) को भूल चुके हैं जिससे हमे पूरी और जिंदगी हर पल याद रखना चाहिए ।

हमारी लाइफ का अल्टीमेट गोल है कि बिना किसी वजह से खुश रहना, मस्त रहना, एंजॉय में रहना वह भी बिना किसी शर्त के, बिना किसी वजह के ।  

Important points of Cause of Human Suffering:-

हमारी जिंदगी के सारे निर्णय, दिशा और दशा अल्टीमेट गोल आफ लाइफ (Ultimate Goal Of Life ) के चारों ओर ही घूमनी चाहिए ।

आप कोई भी निर्णय ले, चाहे वह बिजनेस का हो, उच्च पद का हो, पढ़ाई का हो यह जरूर सोचे कि क्या मैं यह कार्य करके जीवन में खुश रह पाऊंगा, आनंदित रह पाऊंगा ?

जैसे हमें जीवन में हर पल आनंदित और खुश रहना चाहिए वैसे दूसरों को भी हर पल खुश हुए आनंदित रहना चाहिए हमें यही प्रयास करना चाहिए ।

अपना अल्टीमेट गोल आफ लाइफ नहीं भूले होते तो आज जो स्थिति बनी है वह कभी नहीं बनती । और  आज हम जो इस बीमारी से जूझ रहे हैं वह नहीं जूझ रहे होते ।

आज हम जिस अवस्था से जूझ रहे हैं इसका मतलब  है कि हम अपने अल्टीमेट गोल आफ लाइफ (Ultimate Goal Of Life ) को भूल चुके हैं ।

आज की यह स्थिति उसका एक छोटा सा परिणाम है ।  आने वाले समय में इससे भी बड़ा परिणाम हमारे को देखने को मिल सकता है ।

मेरा सभी से यही आग्रह है कि जीवन में हमेशा अपने अल्टीमेट गोल आफ लाइफ (Ultimate Goal Of Life ) को याद रखें ।

कोई भी निर्णय लेने से पहले,कोई भी डिसीजन (Decision)लेने से पहले यह जरूर सोचे कि मेरी जिंदगी का लक्ष्य क्या है ? मेरे जीवन का अल्टीमेट गोल आफ लाइफ (Ultimate Goal Of Life ) क्या है ?

FAQ Related to Biggest Cause of Human Suffering in Hindi

What does human suffering come from? ( Human Suffering की शुरूवात कहा से होती है?)

Human suffering की शुरुआत होती है जब भी आप किसी चीज को अपने वश में करना चाहते हैं तब ही यह sufferings की शुरुआत होती है । क्योंकि इस बात का उल्लेख भर श्रीमद्भगवद्गीता में भी किया गया है कि जब हम अपने मन की चीज को प्राप्त नहीं कर पाते उससे हमारे मन में द्वेष भावना और गुस्सा उत्पन्न होता है और उसी के साथ साथ हमारी sufferings बढ़ती जाती है।

What causes human suffering and why?( Human sufferings किस वजह से होती है ?)

ऐसा पाया गया है कि 90% हुमन सफरिंग दिमागी तौर पर होती है इसी के चलते लोगों में गुस्सा बढ़ जाता है डर बढ़ जाता है jealousy बढ़ जाती है ,द्वेष भावना बढ़ जाती है और लोग एक दूसरे के प्रति नफरत करने लगते हैं ।
इसी के साथ-साथ जब आपकी sufferings बढ़ती हैं तो आपको insecurities भी होने लगती है । अब या तो यह है sufferings जो भी है वह इन कारणों की वजह से है या फिर human sufferings की वजह से आपको यह सारी चीजें उत्पन्न होने लगती है।

What is an example of Suffering?( Suffering का example क्या होता है?)

Suffering का मतलब हर इंसान के लिए अलग होता है यदि हम पेमेंट सफरिंग्स के बात करें तो ईमेल सफरिंग्स में इंसान अपने आप के ऊपर नाराज होने लगता है उनमें stress बढ़ जाता है , anxiety बढ़ जाती है और इसी के साथ साथ में अपने daily routine को अच्छे से follow नहीं कर पाते हैं।

Final words for Biggest Cause of Human Suffering in Hindi

इस आर्टिकल Biggest Cause of Human Suffering के माध्यम से आज हम लोगों ने इस विषय पर चर्चा करें कि Biggest Cause of Human Suffering क्या-क्या होते हैं। इस आर्टिकल Biggest cause of Human Suffering के माध्यम से आज हम लोगों ने यह भी जाना कि वह कौन सी चीजें हैं जिनकी मदद से आप यह जान सकते हैं कि किसी इंसान में human sufferings है या नहीं। आज इस आर्टिकल Biggest Cause of Human Suffering के माध्यम से हम लोगों ने human sufferings से जुड़े सवालों के उत्तर दिए । हम आशा करते हैं कि आप लोगों को है आर्टिकल Biggest Cause of Human Suffering पसंद आया होगा अपना कीमती वक्त निकालकर इसे पढ़ने के लिए धन्यवाद!

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