मैं अपने अनुभव के आधार पर आपको बताऊँगा ‘Meditation Techniques For Beginners’ के विषय में । मैं खुद सालों से ध्यान करता आ रहा हूँ । इसलिए आज मैं ध्यान के विषय में आपको अनुभव के आधार पर बताऊँगा ।
Table of Contents
मेडिटेशन क्या है? (What is Meditation?):-
अपने आपको भूत और भविष्य से छुटकारा दिलाकर केवल वर्तमान में बने रहना ही (Meditation) ध्यान है।
आप अपने मन को ध्यान से देखेंगे तो पाएंगे कि हमारा मन कभी भूतकाल में होता है और कभी भविष्य काल में होता है और हमारे मन में तरह-तरह की उधेड़बुन चलती रहती है।
यह जो हमारे मन में उधेड़बुन चलती रहती है यही मुख्य कारण है कि हमें ध्यान करने की आवश्यकता पड़ती है अन्यथा आप जरा सोचिए कि हम भगवान की सर्वोत्तम कृति हैं।
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हमें ध्यान करने की आवश्यकता क्यों है? मेडिटेशन क्रिया नहीं है जिसे हमें करना पड़े। यह मानव की स्वाभाविक और प्राकृतिक अवस्था है।
आप बच्चे को ध्यान से देखेंगे तो पाएंगे कि बच्चे बिना किसी कारण के खुश रहते हैं। क्योंकि उनको भूत व भविष्य की चिंता नहीं है। बच्चों के चेहरे पर कितना तेज होता है। बच्चे कितने प्यारे लगते हैं, बच्चों से सभी प्यार करते हैं। आखिर क्यों?
हम सभी कभी ना कभी तो बच्चे थे जैसे जैसे हम बड़े होते चले गए, हमारे माइंड की कंडीशनिंग (Conditioning) होती चली गई।
हमें बार-बार भूत भविष्य के विषय में बताया गया और चिंता करना सिखाया गया। इसलिए हम धीरे-धीरे इसके आदि हो गए। और धीरे-धीरे हम भी वैसे ही बन गए। अपने प्राकृतिक स्वभाविक रुप को खो बैठे।
हम मेडिटेशन क्यों नहीं करते हैं? (Why we are not doing Meditation?)
सच कहूं तो हमें मेडिटेशन (Meditation) करने की आदत नहीं होती। ना ही कभी हमें मेडिटेशन करना सिखाया गया और ना ही कभी समझाया गया।
हमें मेडिटेशन करना अजीब सा लगता है। अधिकतर लोगों ने मेडिटेशन को आध्यात्मिकता से जोड़ दिया है और समझते हैं कि यदि हम मेडिटेशन करेंगे तो साधु बन जाएंगे, बाबा बन जाएंगे।
भौतिक जीवन परिवार से हमारा नाता टूट जाएगा। इसलिए अधिकतर लोग मेडिटेशन नहीं करते हैं। सच इसके बिल्कुल विपरीत है।
मेडिटेशन का संबंध न तो भौतिक जीवन से है और नई आध्यात्मिक जीवन से है अपितु मेडिटेशन मानव का स्वाभाविक व प्राकृतिक स्वरूप है। यह कहना भी बिल्कुल गलत नहीं होगा कि (Meditation Ek Adat) मेडिटेशन एक आदत है।
मैडिटेशन फॉर बिगिनर्स इन हिंदी (Best Meditation Techniques For Beginners in Hindi):-
इस विधि का प्रयोग आप अपने बेड पर लेट कर भी कर सकते हैं। यदि आपके पास (Meditation Music) मेडिटेशन म्यूजिक है तो मेडिटेशन म्यूजिक (Meditation Music) को चलाएं।
यदि आपके पास (Alfa Music) अल्फा म्यूजिक है तो अल्फा म्यूजिक (Alfa Music) को चलाएं। इस विधि का प्रयोग करते समय आप हल्के व खुले कपड़े पहने। कमरे में कम प्रकाश रखें।
अब बेड पर सीधे लेट जाएं । दोनों हाथों को साइड में रखें। पैरों को खोल के रखें। शरीर का कोई भी अंग एक दूसरे को क्रॉस न करें ।
इस बात का विशेष ध्यान रखें। शरीर को ढीला छोड़ दें। बिल्कुल ढीला छोड़ दें। अब अपना पूरा का पूरा ध्यान अपनी श्वासो पर लेकर जाएं।
प्रत्येक आने वाली व जाने वाली स्वास पर अपना ध्यान केंद्रित करें। प्रत्येक आने वाली श्वास और जाने वाली श्वास को महसूस करें।
महसूस करें कि शरीर के अंदर आने वाले प्रत्येक श्वास ठंडी है और शरीर के बाहर जाने वाली प्रत्येक श्वास गर्म है।
Important points related to Meditation Techniques For Beginners:-
इस क्रिया को लगभग 3 मिनट तक दोहराएं। अब अपना पूरा का पूरा ध्यान अपने आज्ञा चक्र (Third Eye) पर लेकर जाएं। और मन ही मन तीन बार कहे। शांत शांत शांत ! रिलैक्स रिलैक्स रिलैक्स !
आज्ञा चक्र को हम (Third Eye) थर्ड आई भी कहते हैं। आज्ञा चक्र वह स्थान है जहां हम तिलक लगाते हैं या जहां स्त्रियां बिंदी लगाती हैं।
दोनों आइब्रो के बीच के स्थान को हम आज्ञा चक्र (Third Eye) कहते हैं। इसके बाद अपना पूरा का पूरा ध्यान अपनी नाक पर लेकर जाएं और काहे रिलैक्स रिलैक्स रिलैक्स (Relax Relax Relax) ! प्रत्येक अंग पर ऐसा 3 बार कहना है ।
इसके बाद अपना ध्यान दोनों आंखों पर और अपनी आइब्रोज पर लेकर जाएं। इसके बाद अपना पूरा का पूरा ध्यान अपने दोनों कानों पर लेकर जाएं।
फिर अपने दोनों लिप्स पर ध्यान लेकर जाएं। फिर अपना पूरा का पूरा ध्यान अपनी ठोड़ी पर लेकर जाएं। इसके बाद अपना पूरा का पूरा ध्यान अपनी गर्दन पर लेकर जाएं।
इसके बाद अपना पूरा का पूरा ध्यान दोनों हाथों की उंगलियों पर लेकर जाएं। इसके बाद अपना पूरा का पूरा ध्यान दोनों हाथों की हथेली पर लेकर जाएं। फिर दोनों भुजाओं पर लेकर जाएं। फिर दोनों कहानियों पर लेकर जाएं।
फिर दोनों कंधों पर लेकर जाएं। इसके बाद पूरा का पूरा ध्यान अपने दिल पर लेकर जाएं। इसके बाद अपना पूरा का पूरा ध्यान अपने दोनों फेफड़ों पर लेकर जाएं।
उसके बाद अपना पूरा का पूरा ध्यान नाभि पर लेकर जाएं। उसके बाद अपना पूरा का पूरा ध्यान मूलाआधार पर लेकर जाएं। इसके बाद अपना पूरा का पूरा दोनों हिप्स के आसपास के एरिया पर लेकर जाएं।
इसके बाद अपना पूरा का पूरा ध्यान दोनों Thai पर लेकर जाएं। दोनों घुटनों पर लेकर जाएं। दोनों पैरों की पिंडलियों पर लेकर जाएं।
इसके बाद अपना पूरा का पूरा ध्यान दोनों टखनो पर लेकर जाएं। फिर दोनों पैरों के तलवों पर लेकर जाएं। और अंत में दोनों पैरों की उंगलियों पर लेकर जाएं।
अब कुछ समय के लिए रुके। जब आप नीचे तक आते हो तो अपने आप को बहुत हल्का महसूस कर रहे होते हो ।
ऐसा मन करता है कि नहीं उठे । हमें अंदर से ऐसा महसूस हो रहा होता है कि जैसे हम हवा में तैर रहे हो।
अपनी क्षमता के अनुसार व अपने समय के अनुसार आप इस अवस्था में बने रह सकते हैं, अन्यथा धीरे-धीरे उठ सकते हैं।
उठने में जल्दबाजी न करें। धीरे-धीरे उठें । पहले दोनों पैरों की उंगलियों को महसूस करें। उसके बाद दोनों हाथों की उंगलियों को महसूस करें और उनको धीरे-धीरे हिलाएँ ।
उसके बाद पूरे शरीर को महसूस करें। हल्की-हल्की हलचल करें। फिर धीरे-धीरे उठें । दोनों हाथों को आपस में रगड़ें और अपने चेहरे पर व समस्त शरीर पर रगड़े।
यह प्रक्रिया मेडिटेशन के बिगनेर्स (Meditation For Beginners) के लिए बहुत ही आसान है और बहुत ही अच्छी है। यहाँ मैंने जो विधि बताई है, अपने अनुभव के आधार पर ही पता ही है। यह बिगनेर्स के लिए एक बेस्ट विधि है।
सावधानियाँ (Precautions) :-
इस विधि का प्रयोग करते समय हमें कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। जब प्रारंभ में हम इस विधि का प्रयोग करते हैं तो कुछ अंगों तक जाने के बाद हमें या तो नींद आ जाती है या हम भूल जाते हैं?
यदि हमें नींद आ जाती है। तो पुनः वहीं से प्रारंभ करें जहां से आपका अंग छूट गया था और यदि आपको याद ना रहे तो प्रारंभ से करें।
यह बिल्कुल सामान्य सी बात है और प्रारंभिक समस्या है। इस विधि को लगातार करते रहें, आपको जरुर सफलता मिलेगी।
यदि आप इस विधि का प्रयोग कुर्सी या सोफा आदि पर करते हैं तो मेडिटेशन (Meditation) के दौरान पैरों में या तो जुराबे पहने या फिर अपने पैरों के नीचे कोई कपड़ा या कालीन इत्यादि रखें।
क्योंकि जब हम मेडिटेशन (Meditation) करते हैं तो एक विशेष प्रकार की ऊर्जा हमारे शरीर में समाहित होती है और यदि हम अपने पैरों के नीचे कोई कपड़ा या जुराब नहीं पहनते हैं।
तो वह एनर्जी (Energy) हमारे शरीर से होती हुई धरती में चली जाती है और उस क्रिया का हमें लाभ नहीं मिल पाता । इसलिए इस बात का विशेष ध्यान रखें।
FAQ Related to ‘Best Meditation Techniques For Beginners in Hindi’
Meditation kitne din mein kaam karta hai ?
Meditation या ध्यान 6 महीने से 1 साल तक लगातार करने से काम करता है ।
Kya period me bhi meditation kar sakte hai ?
Yes, period me bhi meditation kar sakte hai। हाँ कर सकते हैं । Meditation एक आंतरिक क्रिया है नाकि बाहरी ।
Is doing puja higher than meditation?
No, Actually Meditation is more higher than puja. ध्यान एक ऊंचतम स्थिति हैं ।
What are the immediate effects of starting meditation?
Internally we start feeling happy . आंतरिक रूप से हम खुश रहना शुरू कर देते हैं ।
Why rishis munis were doing meditation in olden days?
खुद को जानने के लिए प्राचीन काल मे ऋषि मुनि ध्यान Meditation करते थे ।
Mahatma Buddha ne kis dhyan ki khoj ki thi (महात्मा बुद्ध ने किस ध्यान की खोज की थी ) ?
Mahatma Buddha ne Vipassana dhyan ki khoj ki thi (महात्मा बुद्ध ने विपसना ध्यान की खोज की थी
Is Vipassana meditation helpful for reprogramming the subconscious mind?
Yes. हाँ
सोते समय किसका ध्यान करना चाहिए?
सामान्य आदमी को सोते समय ध्यान नहीं करना चाहिए क्योंकि ध्यान करने के बाद नीद नहीं आती । लंबे समय से ध्यान करने वाला साधक सोते समय ध्यान कर सकता है ।
ध्यान और धारणा में अंतर क्या है ? धारणा एवं ध्यान में सम्बन्ध क्या है ?
ध्यान एक प्रारम्भिक क्रिया है । धारणा ध्यान के बाद की अवस्था है । जैसे हम एक कक्षा पास करके दूसरी कक्षा में चले जाते हैं फिर वापस पिछली कक्षा में नहीं आते । ठीक ऐसे ही धारणा ध्यान के बाद की स्थिति है ।
क्या सोते समय का मेडिटेशन करना चाहिए ?
नहीं । सोते समय का मेडिटेशन नहीं करनी चाहिए ।
सोते समय ध्यान कैसे लगाएं?
सोते समय ध्यान नहीं करनी चाहिए ।
Final words for ‘Best Meditation Techniques For Beginners in Hindi’
हम आशा करते हैं कि आपको हमारा आर्टिक्ल ‘Best Meditation Techniques For Beginners in Hindi’ पसंद आया होगा । हम ऐसा सोचते हैं कि आप इसे अपने जीवन में अपना कर सकारात्मक परिवर्तन पाएंगे ।