What is Soham Meditation Technique in Hindi and its 9 Easy Steps

हमारे योग का विषय सोहम मेडिटेशन है । Soham meditation technique ध्यान लगाने का एक पद्धति है Soham meditation technique से हम बहुत ही जल्दी एकाग्रता की तरफ पहुंच जाते हैं ।वैसे तो ध्यान लगाने की बहुत सारी विधियां मौजूद है सभी का अपना अलग-अलग महत्व है। Soham meditation technique में एक विशेष महत्व रखता है। आपके लिए कौन सी अच्छी ध्यान की विधि होगी उसे आपको खुद चयन करना होगा । कोई भी ध्यान विधि छोटी या बड़ी नहीं होती है हर ध्यान पद्धति का अपना अलग महत्व है ।

जो ध्यान विधि आपको आसान लगती है तथा आपको उससे अच्छा लाभ प्राप्त होता है तो आप उस ध्यान पद्धति का प्रयोग कर सकते हैं। Soham Meditation Technique ध्यान का एक विशेष अंग है हमें एकाग्रता की तरफ ले जाती है। ध्यान तथा एकाग्रता के मिश्रण से राम आध्यात्मिक जगत का अनुभव कर सकते हैं। ध्यान विधि हमारी सांसों के ऊपर उत्पन्न ध्वनि के ऊपर ध्यान केंद्रित करने की एक विधि है।

Soham Meditation Technique से आप 10 दिनों के अंदर ही तनाव से मुक्त हो जाएंगे अपने आप में बड़ा बदलाव देखेंगे।आइए जानते हैं कि किस प्रकार से कर सकते हैं

What is Soham Meditation Technique in Hindi

Soham Meditation Technique करने के लिए आपको सही समय, सही स्थान, सही वातावरण का होना आवश्यक है । स्थिति यानी किसी भी आरामदायक स्थिति में खड़े होकर बैठने को ही स्थिति कहते हैं ।समय जिस समय आपको कोई कार्य नहीं हो आप बिल्कुल फ्री हो तथा आपका मन एकाग्र रूप से कार्य कर रहा हो वही समय आपके लिए सर्वोच्च है ।

Similar Articles:-

  1. How To Do Kundalini Meditation In Hindi
  2. How To Do Kundalini Awakening In Hindi

वातावरण हमेशा ऐसा होना चाहिए जिसमें आपको शांति का अनुभव हो तथा आपको डिस्टर्ब करने वाला कोई भी प्राणी या कोई वस्तु नहीं होनी चाहिए। स्थिति समय और वातावरण से ही हमें अध्यात्म अर्थात ब्रह्म मुहूर्त में ही मिल पाता है ।इसलिए ब्रह्म मुहूर्त का बहुत अपना महत्व होता है यह समय पूरी तरह से शांति का प्रतीक है। यदि आपको स्थिति समय पर व कारण किसी अन्य समय पर भी प्राप्त हो रहा है तो आप उस समय को भी चुन सकते हैं ।

  1. सोहन ध्यान विधि करने हेतु आपको किसी भी एक आरामदायक स्थिति के अंदर बैठ जाना है। स्थिति वही होती है जिस स्थिति में आग लंबे समय तक बैठ सकते हैं यदि आप किसी आसन में लंबे समय तक बैठ सकती है तो आप वह आसन भी चुन सकते हैं ।
  2. पद्मासन, सुखासन, सिद्धासनया ब्रजासन आदि में बैठकर भी आप सोहम ध्यान विधि कर सकते है ।यह सारा संज्ञान के लिए उत्तम आसन माने गए हैं यदि आप इन आसन में बैठकर स्वयं ध्यान विधि करते हैं तो आपको अवश्य लाभ मिलेगा ।
  3. सोहम ध्यान विधि करने के दौरान आपकी कमर में सनसिटी होनी चाहिए ।
  4. अभी आप अपनी सांसों के ऊपर ध्यान दीजिए तथा उनकी गहराई को महसूस कीजिए।
  5. स्वास जब अंदर जाता है तो छो: का ध्वनि उत्पन्न होता है । जिसे आपको महसूस करना है।
  6. स्वास जब पूरी तरह से अंदर चला जाता है तथा स्वास्थ्य को एक क्षण के लिए रोकते हैं वह समय अ का होता है।
  7. जब आप श्वास को अपने पेट के भीतर रोकते हैं तो आधे अ की ध्वनि होती है ।
  8. जब आप श्वास को बाहर निकालेंगे तब आपको हम्म्म को ध्वनि सुनाई देगी ।
  9. उस हम्मध्वनि के ऊपर ध्यान देना है तथा महसूस करना है उसकी गहराई को ।

यही पूरी सो-अ-म ध्यान पद्धति कहलाती है अर्थात सो यानीजब हम श्वास को अंदर की ओर खींचते हैं तब शो की ध्वनि आती है। जब हम सांस को रोक पर है तो अ की ध्वनि आती है बाहर छोड़ते हैं तो म की ध्वनि आती है। इस प्रक्रिया को सोअम ध्यान पद्धति कहा जाता है ।

What does Soham Shivoham Meaning – soham Meditation Technique

मित्रों हमें बहुत पहले से ही यही सिखाया जाता है कि शिवजी के गले में सांप है माथे पर चंद्रमा है तथा हाथ में त्रिशूल है । परंतु इस ब्रह्मांड में ऐसी कई चीजें हैं जिन से हम परिचित नहीं है ।

What does Soham shivoham meaning
What does Soham shivoham meaning
  1. शिव को आदि ना अंत की उपाधि प्रदान की गई है अर्थात जिसका ना कोई शुरुआत है और ना ही कोई अंत है। जो अमर है जब सृष्टि का अस्तित्व नहीं था तब भी यह थे और जब सृष्टि नहीं रहेगी तब भी यह रहेंगे।
  2. ठीक वैसे ही जब हमारे शरीर की आत्मा हमारे शरीर के ना होने पर भी होती है एवं हमारे शरीर के खत्म हो जाने के उपरांत भी हमारी आत्मा जिंदा रह जाती है। जिस शिव को हम बाहर देखते हैं वो हमारे भीतर भी विद्यमान है ।
  3. जब व्यक्ति अपनी आत्मा को पूरी तरह से ध्यान में मग्न कर देता है अर्थात ध्यान की उच्च अवस्था पर पहुंचना है शिवोअम है।
  4. शिवोअम कोई व्यक्ति विशेष या किसी का नाम नहीं है यह ध्यान की एक उच्चतम अवस्था है जहां पहुंचने के उपरांत व्यक्ति अध्यात्म की मुद्रा में चला जाता है ।
  5. हर साधना का यही अर्थ होता है कि हम बाह्यजगत की अद्भुत चीजों को अपने भीतर महसूस करें। हम बाहर के शिव तथा संस्कार को योग के द्वारा अध्यात्म की और पहुंचते हैं तथा इन सब को महसूस करने की शक्ति प्राप्त करते हैं ।

सोऽहं ध्यान विधि हेतु क्या जरुरी है?

Soham meditation technique हेतु आपको हमेशा शांत तथा खुले वातावरण में बैठ जाना है जिससे आपको कोई भी बढ़ा उत्पन नहीं हो . जब भी आप Soham meditation technique कर रहे हो तब अपने सांसो के ऊपर ध्यान केंद्रित करने की पूरी कोशिस करे .

FAQ Related To What is Soham Meditation Technique in Hindi and its 9 Easy Steps

What is Soham In Yoga ?(सोहम योग क्या होता है?)

सोहम का मतलब अपने आप को रिमाइंड कराना होता है ध्यान के द्वारा आपकी अल्टीमेट पावर से सोहम मतलब होता है मैं सोहम योग एक ऐसा योग होता है जिससे आप खुद को बेहतर तरीके से जान पाते हैं।

What are the benefits of Soham Meditation?(Soham Meditation के फ़ायदे क्या होते हैं?)

Soham meditation की मदद से आप फोकस कर सकते हैं और इसकी मदद से आप के इर्द-गिर्द चल रही चीजों की इमेज आपके दिमाग में बिल्कुल साफ हो जाती है इसकी मदद से आप की Concentration Power भी बढ़ती है और आप चीजों को याद आसानी से रख पाते हैं और लंबी वक्त तक याद रख पाते हैं।

What Does So ham means in Meditation?(Meditation में Soham मतलब क्या होता है?)

Soham का मतलब होता है I am यदि हम इसकी संस्कृत संधि विच्छेद पर जाए तो इसमें अहम की Sound आया करती है । जिसका मतलब होता है ‘ मैं’ कहा जाता है कि Soham Meditation में हमें अपने आप को बेहतर तरीके से जानने का मौका मिला करता है।

Final words for What is Soham Meditation Technique

आज के इस आर्टिकल में हमने Soham meditation technique के बारे में जाना . हमने इससे जुड़े कुछ फायदों तथा इसे करने के तरीको के बारे में भी बताया हम आशा करते है की आपको हमारा आर्टिकल पसंद आया होगा तथा आप अपने मित्रो के साथ अवश्य साझा करेंगे

यदि आपको इस लेख से कुछ नया सिखने को मिला हो तो कृपया इस लेख को अपने परिवार तथा मित्रो के साथ Share करना मत भूले .

धन्यवाद !

Leave a Comment