5 Amazing facts about Maharana Pratap: Maharana Pratap Jeevan Parichay in Hindi

5 Amazing facts about Maharana Pratap : जब भी वीरता की बात आती है तो एक नाम हमारे सबके दिमाग में आता है और वह नाम है महाराणा प्रताप का महाराणा प्रताप एक ऐसे व्यक्तित्व हैं जो बहुत लोगों की प्रेरणा का कारण है बहुत लोगों को बहुत कुछ सीखने को मिलता है महाराणा प्रताप के जीवन से तो आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम आप लोगों को बताएंगे कि महाराणा प्रताप के जीवन में उन्होंने किन किन चीजों का सामना किया और

5 Amazing facts about Maharana Pratap

5 Amazing facts about Maharana Pratap : इस आर्टिकल के माध्यम से हम इस बारे में भी चर्चा करेंगे कि महाराणा प्रताप किस तरह से अपने जीवन में रहते थे और क्या-क्या चीजें हमें उनके जीवन से सीखनी चाहिए आज कल में हम महाराणा प्रताप के जीवन से जुड़ी कुछ दिलचस्प का उल्लेख करेंगे और उनके जीवन परिचय की कहानी भी आप लोगों को बताने का प्रयास करेंगे।

Maharana Pratap Life Story (महाराणा प्रताप जीवन परिचय)

5 Amazing facts about Maharana Pratap : भारतीय इतिहास में महाराणा प्रताप जी वीरता के किस्से बहुत प्रचलित है ऐसा कहा जाता है कि महाराणा प्रताप से अकबर भी डरता था और वह एक भावुक इंसान थे और उसी के साथ सातवें युद्ध कौशल में निपुण थे और यह कहना गलत नहीं होगा कि महाराणा प्रताप हमारे भारत की शान थे और वह मेवाड़ की प्रजा के राणा थे और अपनी प्रजा को अपने बच्चों की तरह रखते थे महाराणा प्रताप का जन्म यदि हम बात करें उसके बारे में तो वह 9 मई 1540 में हुआ था और शुरू से ही वह युद्ध कौशल में अपना परचम लहराने में लगे हुए थे और उदयपुर के राणा उदय सिंह थे और

5 Amazing facts about Maharana Pratap : उनकी महारानी जयवंता बाई के पुत्र थे महाराणा प्रताप और उदय सिंह की और भी पत्नियां थी जिनके बालक महाराणा प्रताप के भाई उनसे घृणा करते थे क्योंकि सब के सब महाराणा प्रताप को ही अपना उत्तराधिकारी बनाना चाहते थे इसी के चलते महाराणा प्रताप से उनके और भाई उनसे घृणा करते थे और इसी का फायदा उठाते हुए चित्तौड़गढ़ पर अकबर का राज भी हुआ।

5 Amazing facts about Maharana Pratap : हुआ कुछ यूं कि मुगल शासक अकबर के आगे बहुत सारे राजपूत राजाओं ने घुटने टेक दिए थे और उसकी अधीनता को स्वीकार कर लिया था और इसी की वजह से राजपूताना की शक्ति मुगलों के सामने घुटने टेक चुकी थी पर महाराणा प्रताप ने अंतिम सांस तक डट कर उन सब का मुकाबला किया था और राणा उदय सिंह और महाराणा प्रताप ने मुगलों की अधीनता स्वीकार नहीं की पर आपसी फूट और पारिवारिक मतभेद के चलते मुगल शासन हावी हो गया और पूरा परिवार महाराणा प्रताप का अरावली की तरफ उदयपुर चला गया और अपने राज पाठ को उन्हें छोड़ना पड़ा ।

Maharana Pratap Chetak Story ( महाराणा प्रताप और चेतक की कहानी )

5 Amazing facts about Maharana Pratap : जब भी महाराणा प्रताप की बात आती है तो उनके घोड़े चेतक का नाम लिए बिना उनकी कहानी बिल्कुल भी पूरी नहीं होती महाराणा प्रताप के घोड़े का नाम चेतक था और हम सभी जानते हैं कि चेतक के चर्चे महाराणा प्रताप की वीरता के बराबर ही है क्योंकि महाराणा प्रताप की वीरता में चेतक का भी बहुत बड़ा योगदान है ।

महाराणा प्रताप ने जितने भी युद्ध करें उसमें चेतक की पूर्ति और हवा से बात करने का अंदाज ही उन्हें बहुत ज्यादा फायदेमंद होता था महाराणा प्रताप जब बचपन में एक बार अपने कामों में लगे हुए थे तो उनके पिता उदय सिंह ने उन्हें बुलाया और दो घोड़ों में से एक घोड़े को पसंद करने को कहा एक घोड़ा सफेद था और एक घोड़ा नीला उनके भाई उनसे चढ़ते थे महाराणा प्रताप को देखकर उनके भाई ने उन घरों में से एक घोड़ा लेने की इच्छा जताई और बात को महाराणा प्रताप जानते थे कि उनके भाइयों से चढ़ते हैं और

इसी की वजह से उन्होंने नीला घोड़ा पसंद होने के बावजूद सफेद घोड़े की शुरू की और देखते ही उनके भाई सफेद घोड़े की ओर भाग कर बैठ गए ।

सफेद घोड़ा उनके पिता उदय सिंह ने उन्हें दे दिया और अंत में महाराणा प्रताप को नीला घोड़ा मिला जिसका नाम चेतक था महाराणा प्रताप की वीरता में उनके चर्चे हैं हल्दीघाटी युद्ध के दौरान एक नदी को जो कि 21 फीट की चौड़ाई की थी उसे फल आने की वजह से घायल हो गया और कुछ देर बाद ही उन्होंने अपने प्राण को त्याग दिए आज भी महाराणा प्रताप के घोड़े चेतक की हल्दीघाटी में राज्य संबंध में समाधि बनी हुई है जिसमें दूर-दूर से लोग आते हैं दर्शन करने के लिए।

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Final Words For 5 Amazing facts about Maharana Pratap: Maharana Pratap Jeevan Parichay in Hindi

हम आशा करते हैं कि आप लोगों को है आर्टिकल पसंद आया होगा अपना कीमती वक्त निकालकर इसे पढ़ने के लिए धन्यवाद!

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